भागलपुर: भागलपुर में एक टीचर ऐसे हैं, जिन्हें सरकारी नौकरी तो मिल गई, पर उनकी प्रति माह की सैलरी इतनी कम है कि उन्हें फूड डिलीवरी का काम करना पड़ता है। दिन में वे टीचर और रात में वे फूड डिलीवरी ब्वॉय का काम करते हैं।
अमित मध्य विद्यालय बाबूपुर में शारीरिक शिक्षक हैं। उन्हें सिर्फ 8 हजार रुपए ही मिलते हैं। शादीशुदा अमित अपना घर चलाने में बेबसी महसूस कर रहे थे। फरवरी के बाद 4 माह तक वेतन नहीं मिला था। दोस्तों का कर्ज बढ़ता गया। फिर पत्नी के कहने पर जॉब सर्च किया, पता चला कि फूड डिलीवरी ब्वॉय की जॉब है।
अमित ने लोग क्या कहेंगे ये न सोचकर काम शुरू कर दिया। स्कूल से लौटने के बाद शाम 5 बजे से लेकर रात 1 बजे तक वो फूड डिलीवरी करते हैं। अभी अमित दिन-रात एक कर महीने में करीब के 20 हजार रुपए कमा रहे हैं।
अमित ने कहा कि लंबे समय के इंतजार के बाद 2019 में हमने एग्जाम दिया था। 2020 में रिजल्ट आया, मैं पास हो गया। 100 में 74 नंबर मुझे मिले थे। लंबे समय के इंतजार के बाद 2022 में मुझे सरकारी नौकरी मिली।
पहले भी प्राइवेट स्कूल में काम किया था, कोरोना काल में नौकरी चली गई थी। सरकारी नौकरी मिलने के बाद बच्चों को खेल के लिए काफी प्रेरित किया। बच्चों ने भी रुचि दिखाई और मेडल जीता। ढाई साल बीतने के बाद भी सरकार ने वेतन नहीं बढ़ाया। विद्यालय में पूर्व के शिक्षकों को 42 हजार वेतन मिल रहे और मुझे केवल 8 हजार।
नौकरी लगने के ढाई साल पहले अमित की शादी हुई थी। घर में अभी पत्नी, दो बच्चे और माता-पिता है। जिनके जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्हें दिन-रात मेहनत करनी पड़ रही है। अमित पिछले चार माह से फूड डिलीवरी कंपनी में काम कर रहे हैं।