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कोरोना काल में पर्व त्यौहार में लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. बिहार के हज यात्रियों के लिए भी मुश्किल कड़ी होने वाली है. बिहार राज्य हज कमेटी के मुताबिक हज यात्रियों के लिए इस साल खर्च बढ़ जायेगा. एक हज यात्री पर 50 हजार से ज्यादा का खर्च बढ़ सकता है.

हज यात्रा के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया चल रही है, जो 10 दिसंबर तक ही चलेगी. कोरोना को देखते हुए देशभर में इम्बारकेशन प्वाइंट की संख्या घटाकर 10 कर दी गई है. इसबार इम्बारकेशन प्वाइंट की सूची में से गया को हटा दिया गया है. यही कारण है कि बिहार के हज यात्रियों के लिए मुश्किल हो सकती है. क्योंकि हज यात्रा के लिए उन्हें ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ेगा.

बिहार राज्य हज कमेटी के CEO राशिद हुसैन ने बताया कि गया से उड़ान भरने पर पहले कम खर्च आता था. कोलकाता से उड़ान भरने पर बिहार के हज यात्रियों को फूडिंग-लॉजिंग में 50 हजार से भी ज्यादा का खर्च आना मुमकिन है. उन्होंने बताया कि पहले पूरे देशभर का डेढ़ लाख कोटा था. कोरोना के मद्देनजर अब 50 हजार हो गया है. बिहार की बात करें तो यहां का कोटा 12 हजार था. इस बार मुमकिन है कि 3500 के करीब हो जाए.

खर्च के साथ-साथ अन्य चीजों के लिए भी गाइडलाइन तैयार की गई हैं. जैसे कि इस बार कोरोना संक्रमण के मद्देनजर उम्र की बंदिश भी रहेगी. इस बार 18 साल से नीचे और 65 से ऊपर के बुजुर्ग हज के लिए आवेदन नहीं कर पाएंगे. कोर ग्रुप भी इस बार तीन आदमी से अधिक का नहीं होगा.

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