रक्सौल: रक्सौल प्रखंड का भेलाई पंचायत बिहार में एक ऐसा उदाहरण प्रस्तुत करता है जो लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ सेवा, समर्पण, और नेतृत्व की परंपरा का प्रतीक बन गया है। यह पंचायत न केवल अपने विकास कार्यों के लिए चर्चा में है, बल्कि एक ही परिवार की पीढ़ी दर पीढ़ी नेतृत्व करने और जनता का अटूट विश्वास बनाए रखने के लिए भी प्रसिद्ध है।
भेलाई पंचायत की कहानी एक परिवार की पीढ़ी दर पीढ़ी सेवा, समर्पण और नेतृत्व की गाथा है। यह दिखाता है कि जब जनता और नेतृत्व के बीच विश्वास और सहयोग का संबंध हो, तो पंचायत और समाज का समग्र विकास संभव है।
इस पंचायत में विकास यात्रा की शुरुआत से वर्तमान तक की प्रेरणादायक कहानी की स्वर्गीय गणेश प्रसाद पटेल से शुरू होती है, जिन्होंने अपने मुखिया कार्यकाल के दौरान अपने कर्म, फर्ज और जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया। उन्होंने अपनी नेतृत्व क्षमता से पंचायत में विकास और एकता का माहौल बनाया। उनके कार्यों ने पंचायत वासियों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी।
उनके बाद, उनके पुत्र स्वर्गीय जगदीश प्रसाद पटेल ने इस परंपरा को आगे बढ़ाया। समाज की सेवा और समर्पण की भावना के साथ उन्होंने पंचायत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। इसके बाद, स्वर्गीय जगदीश प्रसाद के पुत्र अजय पटेल ने राजनीति में कदम रखा और अपने कार्यों से जनता का विश्वास जीता। मुखिया के रूप में उन्होंने पंचायत में विकास और कल्याण के अनेक कार्य किए, जिससे उनकी लोकप्रियता बढ़ती गई। बाद के दिनों में समय परिवर्तन के साथ-साथ महिलाओं की भागीदारी और रेखा देवी के नेतृत्व का एक नया अध्याय पंचायत की सेवा और समर्पण से शुरू हुआ।
महिला आरक्षण लागू होने के बाद, पंचायत की बागडोर अजय पटेल की पत्नी, रेखा देवी ने संभाली। उनके नेतृत्व में पंचायत ने महिलाओं के सशक्तिकरण और समग्र विकास की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किए। उनका कुशल नेतृत्व और जनता के प्रति समर्पण ने भेलाई पंचायत को न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि चंपारण जिले में भी एक मिसाल बना दिया।
इस बदलाव ने अजय पटेल के लिए नया रास्ता खोला और ग्रामीण स्तर पर पैक्स जैसी महत्वपूर्ण संस्था को अपनी सेवा देने लगे। पैक्स का चुनाव लड़े और जीते। इसलिए यह कहा जाता है कि भेलाई पंचायत के इस परिवार की लोकप्रियता और सेवा भावना का एक और उदाहरण खुद संजय पटेल हैं, जिन्होंने लगातार तीसरी बार पैक्स चुनाव जीतकर ग्रामीणों के बीच अपनी प्रासंगिकता और भरोसे को कायम रखा है। उनके कार्यों ने परिवार के प्रति जनता के विश्वास को और मजबूत किया है।
भेलाई पंचायत आज अन्य पंचायतों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है। यह उदाहरण बताता है कि यदि जनप्रतिनिधि निष्ठा और समर्पण के साथ काम करें, तो जनता न केवल उन्हें सराहेगी बल्कि लंबे समय तक उनका समर्थन भी करेगी। भेलाई पंचायत के इस परिवार की कहानी यह संदेश देती है कि राजनीति केवल सत्ता का खेल नहीं है, यह सेवा और समाज के प्रति जिम्मेदारी का एक मंच है। उम्मीद है कि यह परिवार अपनी सेवा भावना और नेतृत्व क्षमता के साथ भविष्य में भी इस विश्वास को बनाए रखेगा और पंचायत को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।