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कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए जब देशव्यापी लॉकडाउन लगाए गए तो ट्रेनें भी बंद कर दी गईं। हालांकि धीरे-धीरे ट्रेनें पटरी पर दौड़ने लगी हैं, लेकिन ट्रेन के भीतर मिलने वाली सुविधाओं में कमी कर दी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन्स को देखते हुए ट्रेनों में खाना बनाना, एसी बोगियों में कंबल, तकिया और चद्दर की सर्विस बंद कर दी गई। अब भारतीय रेलवे ने ट्रेनों में ई-कैटरिंग सेवाओं को फिर से शुरू करने की अनुमति दे दी है।

भारतीय रेलवे ने आईआरसीटीसी को ट्रेनों में ई कैटरिंग सुविधा की फिर से शुरुआत करने की अनुमति दी है। भारतीय रेलवे ने देश के विभिन्न हिस्सों में परिचालित ट्रेनों में यह सुविधा को फिर से बहाल करने का फैसला लिया है। आपको बता दें कि अभी भारतीय रेलवे द्वारा परिचालित ट्रेंस मे पेंट्री कर ना होने के कारण लंबी दूरी वाली यात्रियों को ट्रेन में खाने को लेकर के खासी समस्या उठानी पड़ रही थी। इस समस्या को ध्यान में रखके रेलवे का ध्यान आकर्षित करते हुए ( मनीष चंद्रा रेलरेस्ट्रो के सीईओ) ने ट्रेनों में ई कैटरिंग बहाल करने की अनुमति मांगी थी ।

भारतीय रेलवे और आईआरसीटीसी ई कैटरिंग से अनुमति मिलने के बाद अब रेलरेस्ट्रो जो कि आईआरसीटीसी का ऑथराइज्ड ई कैटरिंग पार्टनर है वह अपनी सेवाएं जल्दी हीं से फिर से शुरू करने जा रहा है। आपको बता दें कि सुरक्षा और स्वच्छता के सवाल पर कंपनी के सीईओ मनीष चंद्रा ने कहा कि हमने सभी रेस्टोरेंट्स को जरूरी सुरक्षा मानकों का पालन करने का दिशा निर्देश भेज दिया है। उन्होंने कहा कि रेस्टोरेंट्स को खाना बनाने में स्वच्छता बरतने के साथ ही खाने के डिलीवरी में भी उचित मानकों का ध्यान रखने की जिम्मेदारी रेस्टोरेंट्स को दी गई है।

कृति राज, पब्लिक रिलेशन्स मैंनेजर, रेलरेस्ट्रो, ने बताया की रेस्टोरेंट्स स्टाफ के लिए जरूरी निर्देशों का संचार किया गया है. उन्होने ये भी कहा कि सभी रेस्टोरेंट्स पार्टनर को खाने की तैयारी से लेकर डिलीवरी तक जरूरी सुरक्षा मानकों का पालन करने का सख्त निर्देश दिया गया तथा मुख्य रूप से ये बातें निर्देशित किया गया है.

•​रेस्टोरेंट्स स्टाफ और डिलीवरी ब्वॉय का थर्मल स्कैनिंग दिन में समय-समय पर जरूरी किया गया है
•​एक नियमित अंतराल पर किचन को सैनिटाइज करने का निर्देश दिया गया है
•​किचन में खाना बनाते वक्त फेस मास या फिर फेस कवर इस्तेमाल करने की हिदायत दी गई है
•​किचन में उन्हीं स्टाफ से काम लिया जाएगा जिनका बॉडी तापमान 99 डिग्री से कम होगा

डिलीवरी स्टाफ के लिए जरूरी दिशा निर्देश
•​डिलीवरी बॉयज को हाथ धोने के बाद ही ऑर्डर डिलीवर करने की अनुमति दी जाएगी
•​आरोग्य सेतु एप का इस्तेमाल डिलीवरी बॉयज के लिए अनिवार्य किया गया है
•​6 फीट की दूरी बरतते हुए जीरो ह्यूमन कांटेक्ट पर काम करने की सलाह दी गई है
•​डिलीवरी बॉयज का हर समय फेस कवर या फिर मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है
•​हर डिलीवरी के बाद डिलीवरी बैग को सेनेटाइज करना अनिवार्य किया गया है
आपको बता दें कि रेलरेस्ट्रो के पास 2000 से ज्यादा एफिलिएटिड रेस्टोरेंट्स पूरे भारत में है जो कि ट्रेनों में स्वच्छ, स्वस्थ और ताजा खाना पहुंचाते हैं। अभी तक रेलरेस्ट्रो ने 50 लाख फूड पैकेट्स ट्रेनों में डिलीवर कर चुकी है। मिस्टर चंद्रा ने कहा कि लॉकडाउन के कारण पिछले 10 महीने से ई कैटरिंग इंडस्ट्री पूरे भारत में प्रभावित थी अब जब देश में ट्रेनों के परिचालन की शुरुआत हो चुकी है साथ ही पूरे देश में जरूरी सुरक्षा मानकों के साथ रेस्टोरेंट्स को खोलने की अनुमति मिल चुकी है तो ऐसे में इन ट्रेनों में यात्रा कर रहे रेल यात्रियों के लिए ई कैटरिंग पर भी ध्यान देने की जरूरत है।


रेलरेस्ट्रो हमेशा से रेल यात्रियों को सुरक्षित और स्वच्छ खाना मुहैया कराने के लिए सजग रही है और वह समय-समय पर अपने रेस्टोरेंट्स पार्टनर से खाने की गुणवत्ता और स्वच्छता को लेकर के लगातार संपर्क में रहती है। रेलरेस्ट्रो के शुरू होने के बाद पैसेंजर अपने रूट पर आसानी से रेलरेस्ट्रो के द्वारा अपनी सीट पर अपना पसंदीदा खाना मंगा सकेंगे।रेलरेस्ट्रो यात्रियों के सेवा के लिए और उन्हें सुरक्षित स्वच्छ ताजा खाना मुहैया कराने के लिए दिन रात काम कर रही है।

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