जापानी राजदूत ने महाबोधि मंदिर में किया दर्शन भारत-जापान की मित्रता का सेतु है बोधगया – राजदूत

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गया, संवाददाता
जापान के राजदूत केइची ओनो शुक्रवार सुबह बौद्धधर्म की पावन भूमि महाबोधि मंदिर पहुंचे। उनके साथ जापान टूरिज्म एजेंसी के कमिश्नर नाओया हाराइकावा, जापान एंबेसी के सेकेंड सेक्रेटरी र्यूता साइटो और अधिकारी मासाहिरो कावाकामी मौजूद थे। सभी मेहमान बोधगया की धरती पर शांत व सुखद अनुभूति अनुभव करते हुए नजर आए।
मंदिर पहुंचने पर महामहिम ओनो और उनके दल का स्वागत भंते डॉ. बुद्ध रत्न (मनोज भंते) और मंदिर के अन्य भिक्षुओं ने किया। बोधगया मंदिर प्रबंधन समिति (बीटीएमसी) की सचिव डॉ. महाश्वेता महारथी, सदस्य रेवरेंड ओकोनोगी, डॉ. अरविंद सिंह और किरण लामा भी इस अवसर पर स्वागत में मौजूद रहे।
इसके बाद जापानी प्रतिनिधिमंडल ने महाबोधि मंदिर परिसर का भ्रमण किया। उन्होंने मुख्य मंदिर, पवित्र बोधिवृक्ष, मुचालिंदा सरोवर, रत्नगृह, चंक्रमण (ज्वेल वॉक), अजयपाल निग्रोध वृक्ष और राज्यत्‍न वृक्ष समेत कई पूजनीय स्थलों पर श्रद्धा अर्पित की। हर स्थान पर उन्होंने गहरी श्रद्धा के साथ प्रार्थना की। भंते डॉ. बुद्ध रत्न और डॉ. महाश्वेता महारथी ने बीटीएमसी के अन्य सदस्यों के साथ जापानी राजदूत और उनके साथ आए अधिकारियों को स्मृति चिह्न भेंट किए। साथ ही महाबोधि मन्दिर और जुड़े पवित्र स्थानों की महत्ता और पौराणिकता के बारे में बताया।

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