बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने अपनी पहली उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। कुल 57 उम्मीदवारों की इस सूची में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातीय समीकरण को विशेष रूप से ध्यान में रखते हुए चुनावी रणनीति बनाई है।
सूची में दलित और कुर्मी-कुशवाहा समुदाय को विशेष प्राथमिकता दी गई है, जबकि भूमिहार उम्मीदवारों को भी मेहरबानी दिखती है। इस सूची में किसी भी मुस्लिम उम्मीदवार को स्थान नहीं मिला, जिससे जातीय संतुलन और राजनीतिक संदेश दोनों साफ दिखाई दे रहे हैं।

जाति आधार पर उम्मीदवारों का विभाजन
सूची में उम्मीदवारों का जातीय वितरण इस प्रकार है:
• दलित: 12
• कुर्मी: 9
• कुशवाहा: 6
• धानुक: 3
• भूमिहार: 6
• राजपूत: 5
• कायस्थ: 1
• ब्राह्मण: 1
• वैश्य: 5
• निषाद: 2
इस आंकड़े से यह स्पष्ट है कि जेडीयू ने परंपरागत ‘लव-कुश’ समीकरण (कुर्मी-कुशवाहा) पर जोर दिया है। दलित और भूमिहार को भी रणनीतिक रूप से लाभ दिया गया है।
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महिला और बाहुबली उम्मीदवारों को भी जगह
जेडीयू ने 4 महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है:
1. कविता साहा (मधेपुरा)
2. डॉ. मांजरीक मृणाल (वारिसनगर)
3. अश्वमेघ देवी (समस्तीपुर)
4. रवीना कुशवाहा (विभूतिपुर)
इसके अलावा, तीन बाहुबली नेता भी चुनावी मैदान में हैं:
• अनंत सिंह (मोकामा)
• धुमल सिंह (एकमा)
• अमरेंद्र पांडेय (कुचाएकोट)
मंत्री और अनुभवी नेताओं को पुनः मौका
सूची में 6 मंत्रियों और 18 वर्तमान विधायकों को दोबारा टिकट दिया गया है, जिससे यह साफ होता है कि जेडीयू ने पुराने और भरोसेमंद नेताओं पर विश्वास कायम रखा है।
• मंत्री: श्रवण कुमार, विजय कुमार चौधरी, मदन सहनी, महेश्वर हजारी, सुनील कुमार, रत्नेश सदा
• वर्तमान विधायक: कुल 18
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कुछ प्रमुख सीटों का जातीय विश्लेषण
• मोकामा (अनंत सिंह) – बाहुबली, दलित समीकरण
• मधेपुरा (कविता साहा) – महिला प्रतिनिधित्व
• राघुनाथपुर (विकास कुमार सिंह) – दलित
• मोरवा (विद्यासागर सिंह निषाद) – निषाद समुदाय
• विभूतिपुर (रवीना कुशवाहा) – कुशवाहा
इस जातीय समीकरण से स्पष्ट होता है कि नीतीश कुमार ने अपने वोट बैंक और जातीय संतुलन को चुनावी रणनीति का केंद्र बनाया है।
जेडीयू की पहली सूची से यह साफ होता है कि पार्टी जातीय संतुलन, महिला सशक्तिकरण और पुराने नेताओं पर भरोसा को प्राथमिकता दे रही है।
• दलित और कुर्मी-कुशवाहा को अधिक मौका मिला
• भूमिहार को रणनीतिक रूप से फायदा
• मुस्लिम उम्मीदवारों को सूची में स्थान नहीं
• बाहुबली नेताओं और मंत्रियों को सहारा
• चार महिला उम्मीदवारों को सशक्त संदेश
यह रणनीति जेडीयू को NDA के भीतर अपनी स्थिति मजबूत करने और बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में अपनी जीत सुनिश्चित करने में मदद करेगी।
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