आरा, विशेष संवाददाता
बक्सर के जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने खरीफ फसल अभियान 2025 का शुभारम्भ शुक्रवार को किया। इस अभियान के तहत 26 मई से 1 जून तक प्रखंड स्तर पर खरीफ महाभियान एवं 2 जून से 21 जून तक पंचायत स्तर पर किसान चौपाल आयोजित होगा। इसमें सारे प्रसार कर्मी नये-नये किसानों को वैज्ञानिक पद्धति से समसामयिक जानकारी देंगे ताकि जलवायु अनुकूल खेती प्रतिकूल परिस्थिति में भी उन्नत तरीके से की जा सके।
पंचायत स्तर पर आयोजित होने वाले किसान चौपाल कार्यक्रम में प्रशिक्षणार्थियों को जलवायु अनुकूल कृषि कार्यकम, मोटे अनाज की खेती, खरीफ मक्का की खेती, बेबी कॉर्न, स्वीट कॉर्न और शंकर धान की खेती को बढ़ावा देने को लेकर बीज पर अनुदान, प्रचलित सुगंधित धान की प्रभेदों की खेती को बढ़ावा देने,आदर्श पंचायत योजना के तहत प्रत्येक जिला में 2 मॉडल पंचायत का सर्वांगीण विकास करने, युवा किसान कार्यकम, खरीफ दलहन की खेती, खरीफ प्याज की खेती, टमाटर,मिर्चा,हल्दी,अदरख के कलस्टर को बढ़ावा देने की योजना, जीरोटिलेज एवं सीड ड्रिल से धान की खेती, विभिन्न फसलों की जैविक खेती, खरीफ मौसम में उगायी जाने वाले अन्य फसलों की खेती, उद्यानिक फसलों की खेती, उद्यानिक विशेष फसलों की कलस्टर विकास योजना, कृषि यांत्रीकीकरण, बीज उत्पादन, कृषि में ड्रोन का प्रयोग, पौध संरक्षण, सूक्ष्म सिंचाई, फलदार वृक्षों का क्षेत्र विस्तार, फसल विविधिकरण जैसे कार्यों पर प्रशिक्षण दिया जायेगा।
इस तैयारी के साथ जिले में खरीफ मौसम में कुल आच्छादन का लक्ष्य 1,01,353 हेक्टेयर निर्धारित किया गया है. इस लक्ष्य में धान की खेती के लिए 96,923 हेक्टेयर, मक्का के लिए 3,849 हेक्टेयर एवं अरहर के लिए 580 हेक्टेयर भूमि शामिल है। लेकिन परली प्रबंधन पर विशेष ध्यान है और व्यापक प्रचार-प्रसार करने की आवश्यकता पर बल दिया गया है। इस वर्ष पराली जलाने वाले 383 किसानों का कृषक पंजीकरण ब्लॉक किया गया है। सभी प्रसार कर्मियों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान से किसानों को अवगत कराने की जिम्मेदरी दी गई है।
बक्सर में खरीफ फसल अभियान का शुभारम्भ 383 किसानों का कृषक पंजीकरण ब्लॉक,पराली से होने वाले नुकसान पर विशेष फोकस
