उत्तराखंड में भारी बर्फबारी के बीच सड़क निर्माण कर रहे कई मजदूर हिमस्खलन की चपेट में आ गए। चमोली में हुई इस दुर्घटना में फंसे 55 मजदूर में 33 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार 22 मजदूर अभी भी फंसे हुए हैं जिनको निकालने का प्रयास जारी है। इस हादसे में फंसे 55 मजदूरों के नाम सामने आए हैं जिनमें सबसे अधिक उत्तर प्रदेश, पंजाब और बिहार के मजदूर हैं। बिहार के जो मजदूर फंसे हुए हैं उनका नाम सामने आया है।
बिहार के जो मजदूर फंसे हैं उनमें अभिनाश कुमार, इंद्रजीत कुमार भारती, अभिषेक आनंद, धीरज कुमार पासवान, मुन्ना प्रसाद, किशन कुमार, दिलीप कुमार, लड्डू कुमार पंडित, विजय पाल, जितेश कुमार और पिंटू कुमार के नाम शामिल हैं. हालांकि कई मजदूर ऐसे भी फंसे हुए हैं जिनके राज्यों की पुष्टि नहीं हो पाई है. इनमें से अभिनाश कुमार, इंद्रजीत कुमार भारती, अभिषेक आनंद, धीरज कुमार पासवान, मुन्ना प्रसाद, किशन कुमार, विजय पाल, जितेश कुमार के पते (एड्रेस) से संबंधित जानकारी सामने नहीं आई है. लेकिन, पिंटू कुमार बहुआरा खुर्द वार्ड नंबर 9 पश्चिम चंपारण के बताए जा रहे हैं. जबकि लड्डू कुमार पंडित कटिहार रौतारा थाना के सदलपुर गाव के बताए जा रहे हैंष।
बता दें कि उत्तराखंड के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बर्फबारी के बीच चमोली के बद्रीनाथ के पास निर्माण कार्य हो रहा था। भारत-चीन सीमा पर स्थित माणा गांव में हिमस्खलन में सीमा सड़क संगठन के 55 मजदूर फंस गए। इनमें 33 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि 22 को निकालने का प्रयास अभी जारी है।
जानकारी के अनुसार, मजदूर जब कंटेनर में सो रहे थे इसी दौरान कंटेनर के ऊपर हिमस्खलन हो गया. अब तक की जानकारी के एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी जवानों के साथ स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं। 33 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। वहीं भारी बर्फबारी के बीच रेस्क्यू करने में मुश्किलें आ रही हैं।
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