चारा घोटला मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव की जेल मैनुअल उल्लंघन के मामले में रांची हाईकोर्ट में आज सुनवाई है। बताते चले कि रिम्स के पेइंग वार्ड में इलाजरत सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की तबीयत फिलहाल स्थिर है।उनके चेस्ट में इंफेक्शन है पर वे बैठकर बात कर रहे हैं। हालांकि इससे पहले गुरुवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। उनको सांस लेने में तकलीफ थी
नर्सों ने फौरन इसकी सूचना वरीय चिकित्सकों को दी। शाम करीब 7 बजे डा. उमेश प्रसाद पेइंग वार्ड पहुंचे और उनका इलाज शुरू किया। डॉक्टर डीके झा और डॉ. उमेश प्रसाद और रिम्स के कई पदाधिकारी, जेल अधीक्षक और जेल के वरिष्ठ अधिकारी भी रिम्स पहुंचे थे।
किडनी के 25 फीसदी ही काम करने से बढ़ी दिक्कत
इससे पहले लालू की किडनी के 25 फीसदी ही काम करने से तबीयत बिगड़ गई थी। मेडिसिन विभाग के डॉ. उमेश प्रसाद ने कहा था कि हाल ही में जो जांच रिपोर्ट लालू प्रसाद की आई है उसको देखने के बाद कहा जा सकता है कि उनकी किडनी 25 प्रतिशत कार्य कर रही है। ऐसे में उन्हें डायलिसिस की जरूरत पड़ सकती है। इसको लेकर हम लोगों ने अपनी रिपोर्ट अपने वरीय अधिकारियों को भेज दी है। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार से लालू यादव की किडनी फंक्शनिंग काम करना कम कर रही है।ऐसे में उन्हें डायलिसिस की आवश्यकता कभी भी पड़ सकती है। उन्हें बाहर भेजने की भी जरूरत पड़ सकती है। क्योंकि किडनी का इलाज करने वाले बेहतर नेफ्रोलॉजी दिल्ली के एम्स में ही मिल पाएंगे।