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ऐसा अक्सर देखने को मिलता है कि छात्र 10वीं या 12वीं की परीक्षा के बाद आमतौर पर अपने कॅरियर के लिए मेडिकल, इंजीनियरिंग या अन्‍य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुट जाते हैं. लेकिन, बदलते समय के साथ आज डिजिटल युग के दौर में कॅरियर के कई ऐसे क्षेत्र भी सामने आ रहे हैं, जहां आप घर बैठे पैसे कमा सकते हैं. डिजिटल मार्केटिंग इसी तरह का फील्ड हैं, जहां आज युवा अपने कॅरियर को नई ऊंचाई दे रहे हैं. इसी कड़ी में बिहार की राजधानी पटना के रहने वाले युवा ब्लॉगर रोहित मेहता भी अपने प्लेटफॉर्म डिजिटल गब्बर के माध्यम से न सिर्फ अपना, बल्कि दूसरों का भी कॅरियर बेहतर कर रहे हैं.

कोरोना काल में कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने इस आपदा के बीच भी अवसर तलाश लिया. एक दशक से भी ज्यादा समय से आईटी इंडस्ट्री में काम कर रहे रोहित बताते हैं कि उनके दिमाग में डिजिटल गब्बर का ख्याल पिछले साल लॉकडाउन के दौरान आया. उनका कहना है कि मैं फिलहाल बिहार के एक सरकारी प्रोजेक्ट बतौर आईटी एक्सपर्ट कार्यरत हूं. इसके पहले मैं पटना नगर निगम, कई प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया इंडस्ट्री में बतौर आईटी एक्सपर्ट अपनी सेवा देता आया हूं. लेकिन, पिछले साल जब कोरोना के दौरान लॉकडाउन लगा तो मन में कुछ नया और अलग करने का सोचा. और इसी सोच के साथ डिजिटल गब्बर को प्रोमोट करने में लग गया. डिजिटल गब्बर प्लेटफॉर्म पर मैं अलग-अलग ब्लॉग और किताबों के माध्यम से डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में कॅरियर बना रहे युवाओं को जरूरी जानकारी दे रहा हूं. यहां लोगों को हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं में डिजिटल मार्केटिंग से जुड़े बहुत सारे कंटेंट मिल जाएंगे. रोहित मेहता का कहना है जिस तरह मैंने एक साल की मेहनत में इस क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है वैसे ही दूसरे युवा भी ऐसा कर सकते हैं.

रोहित मेहता कहते हैं कि मैं अक्सर आईटी की पढ़ाई करने वाले अपने दोस्तों और जानने वालों को देखता था कि वो पढ़ाई के बाद अपना करियर बनाने के लिए दिल्ली, बंगलुरू, जैसे बड़े शहरों में चले जाते था या फिर दूसरे देश का रुख कर लेते थे. वे इसकी वजह बिहार में आईटी इंडस्ट्री का अभाव बताते थे. लेकिन, मुझे हमेशा ऐसा लगता था कि मैं बिहार में रहकर ही कुछ बड़ा करूं. इसलिए मुझे जब-जब बड़े शहरों से किसी बड़ी आईटी कंपनी में नौकरी का ऑफर आया मैंने या तो मना कर दिया या कुछ दिन काम करने के बाद वापस बिहार आ गया. यहां राज्य के अलग-अलग क्षेत्र के बड़े संस्थानों जैसे कमीशन, कार्यालय, अस्पताल, एडमिनिस्ट्रेशन, मीडिया आदि क्षेत्र में काम करने लगा. 2020 में बिहार के युवाओं को ध्यान में रखकर डिजिटल गब्बर प्लेटफॉर्म की शुरुआत की. मैं धीरे-धीरे यहां के युवाओं को बताने में जुटा हूं कि ट्रेडिशनल कॅरियर के अलावा भी कई स्कोप हैं. मैंने अपने प्लेटफॉर्म पर बिहार के लोगों को ध्यान में रखते हुए एक साल में डिजिटल मार्केटिंग से जुड़ी 12 किताबें लिखीं हैं जो कि हिंदी भाषा में भी उपलब्ध है. मैं चाहता हूं कि बिहार के युवा बिहार में ही रहकर डिजिटल मीडिया में एक नई क्रांति लाएं.

रोहित के अनुसार अगर कोई भी डिजिटल मार्केटिंग से जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी चाहता है तो वह उनके प्लेटफॉर्म digitalgabbar.com पर जाकर ले सकता है. वहां उन्हें किताबें भी मिल जाएंगी. हिंदी भाषा के लिए digitalgabbar.in पर जाएं. उनकी एक किताब (How to create a WordPress blog?) बिलकुल फ्री बाकी किताबों का शुल्क भी 49 से 299 रुपये के बीच है. किताबें अमेजन किंडल पर भी उपलब्ध हैं. रोहित कहते हैं कि अब फेसबुक ने ब्लू टिक के साथ उनको वेरिफाइड ब्लॉगर का सर्टिफिकेट दे दिया है.

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