श्रमिक संगठनों की एक दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल के चलते पटना के विभिन्न इलाकों से विभिन्न संगठनों ने मार्च निकाला. पटना के डाकबंगला चौराहे पर सभी संगठन और राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और केन्द्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
आम हड़ताल का समर्थन करने पहुंचे सीपीआई के सेंट्रल कमेटी के मेंबर और पूर्व जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार देश के किसानों और जवानों को लड़वाना चाहती हैं. यही कारण है कि आज किसान का बेटा, जो पुलिस या सेना में हैं, वही अपने बुजुर्गों पर लाठियां और पानी की बौछार करने पर विवश है.
कन्हैया ने कहा कि सरकार नहीं चाहती कि हमारे देश के मजदूर और किसान अच्छी जिंदगी गुजारे. इसीलिए इस काले कानून को थोपा जा रहा है. लेकिन सरकार की नीतियों को हम पूरा नहीं होने देंगे. ‘जय जवान-जय किसान’ के नारों के साथ हम सरकार का विरोध करेंगे. वहीं, कन्हैया कुमार ने कहा कि यह तो अभी शुरूआत है. अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है और अपने काले कानूनों को वापस नहीं लेती है. तो आज भी ‘हड़ताल-कल भी हड़ताल, ना माने तो डेरा डाल’ होगा.