बिहार चुनावों को लेकर एनडीए में उठापटक थमने का नाम नहीं ले रहा है. कभी खबर आ रही है बिहार एनडीए में सबकुछ ठीक हो गया है तो उसी वक्त खबर आती है कि सबकुछ बिगड़ गया है. 2 अक्टूबर को जहां सुबह तक सबकुछ सही लग रहा था तो शाम होते- होते फिर से चिराग पासवान की पार्टी के प्रवक्ताओं ने एक बार से नीतीश कुमार को अपने निशाने पर लेना शुरू कर दिया. लोजपा के प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल और विकास मिश्रा ने नीतीश सरकार के सात निश्चय योजना को फिर से अपने निशाने पर लिया.
इसी बीच राजधानी पटना में लोजपा की ओर से पोस्टर वार भी जारी है. लोजपा की ओर से एक पोस्टर राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है. इस पोस्टर पर लिखा है ‘मोदी से कोई बैर नहीं नीतीश तेरी खैर नहीं’. साथ ही पोस्टर में मोदी के साथ चिराग को खड़ा दिखाया गया है और दोनों के ऊपर लिखा है बिहार फर्स्ट. वहीं इस पोस्टर में नीतीश कुमार दूर दिख रहे हैं और उनके ख्यालों में कुर्सी दिखाई दे रही है. यह पोस्टर संकेत देता हैं कि बिहार में बीजेपी और लोजपा एक साथ हैं और नीतीश कुमार गठबंधन से बाहर होंगे. वहीं यह भी कहा जा रहा है नीतीश कुमार ख्यालों में खोए रहेंगे और चिराग उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसका देंगे.
आपको बता दें कि सीट शेयरिंग के मुद्दे को लेकर एनडीए में अभी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है. खासकर लोजपा को लेकर फॉर्मूला तय हो नहीं पा रहा है. सीटों का फॉर्मूला तय करने के लिए बुधवार की रात पटना पहुंचे बिहार भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव और चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस शुक्रवार की शाम दिल्ली लौट गए. इस दौरान उनकी बातचीत जदयू नेतृत्व से नहीं हुई. पटना में वे दोनों अपने ही दल के नेताओं से बातचीत करते रहे. कोई फॉर्मूला नहीं निकलता देख दोनों दिल्ली लौट गए. दिल्ली में भाजपा नेतृत्व को अपनी पार्टी की सीटों पर हुए मंथन की जानकारी देंगे. वैसे भाजपा और जदयू दोनों तरफ से ये दावे किया जा रहे हैं कि एनडीए एकजुट है और सीट बंटवारे के फॉर्मूले को जल्द अंतिम रूप मिल जाएगा.