नालंदा: नालंदा में बिजली आपूर्ति को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। हरनौत के चेरन ग्रिड सब स्टेशन और चंडी पावर सब स्टेशन को डबल सर्किट लाइन से जोड़ने का काम जल्द ही शुरू होने जा रहा है। यह परियोजना क्षेत्र के लगभग दो लाख उपभोक्ताओं के लिए वरदान साबित होगी।
22 किलोमीटर लंबी 33 केवी की नई लाइन के निर्माण के लिए एजेंसी का चयन कर लिया गया है। यह परियोजना मार्च 2025 तक पूर्ण होने की संभावना है। वर्तमान में क्षेत्र में केवल एक सर्किट लाइन कार्यरत है, जिसकी क्षमता 24 मेगावाट है, जबकि पीक समय में बिजली की मांग 38 मेगावाट तक पहुंच जाती है।
बिहारशरीफ(ग्रामीण) के कार्यकारी अभियंता रूपक कुमार ने बताया की नई डबल सर्किट लाइन से क्षेत्र की कुल बिजली आपूर्ति क्षमता बढ़कर 48 मेगावाट हो जाएगी। इससे चंडी और नगरनौसा प्रखंड के उपभोक्ताओं को ओवरलोडिंग और ट्रिपिंग की समस्या से निजात मिलेगी।
परियोजना के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं में चंडी-नूरसराय सर्किट लाइन का उन्नयन भी शामिल है। 10 किलोमीटर लंबी इस लाइन में पुराने डॉग कंडक्टर को हटाकर उल्फ कंडक्टर लगाया जा रहा है, जिससे इसकी क्षमता 18 से बढ़कर 24 मेगावाट हो जाएगी।
विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि इस परियोजना के पूरा होने के बाद क्षेत्र के सभी पावर सब स्टेशनों को दोहरे स्रोत(टू-वे)से बिजली की आपूर्ति मिल सकेगी। यह व्यवस्था विशेषकर गर्मियों के मौसम में अत्यधिक महत्वपूर्ण साबित होगी, जब बिजली की मांग अपने चरम पर होती है।
यह परियोजना लंबे समय से प्रतीक्षित थी। क्षेत्र में बिजली की अनियमित आपूर्ति से व्यापार और कृषि गतिविधियां प्रभावित होती रही हैं। नई व्यवस्था से न केवल घरेलू उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी, बल्कि कृषि और लघु उद्योगों को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के क्रियान्वयन से बिहार सरकार की ’24×7 बिजली’ की प्रतिबद्धता को भी बल मिलेगा।