भारत में यदि कोई एक बार सरपंच या मुखिया भी बन जाता है तो उसके पास पैसों की कमी नहीं होती है. रसरपंच या मुखिया बनने वाला व्यक्ति सालभर के अंदर ही साइकिल से उतर कर कार से घुमने लगता है. वहीं, अपने पांच साल का टर्म पूरा होते-होते वह लाखों रुपए की चल- अचल संपत्ति अर्जित कर लेता है. लेकिन इन सभी के बावजूद कुछ ऐसे भी नेता हैं, जो विधायक बनने के बाद पहले की तरह ही जिंदगी जी रहे हैं. इन्हीं नेताओं में से एक नाम है महबूब आलमका. ये अपनी ईमानदारी और सादगी के लिए पूरे इलाके में प्रसिद्ध हैं. यही वजह है कि विधायक रहने के बाद भी ये अभी तक अपना पक्का मकान नहीं बना सके.
जानकारी के मुताबिक, महबूब आलम बिहार के कटिहार जिले के रहने वाले हैं. महबूब आलम बलरामपुर सीट से चौथी बार विधायक चुने गए हैं. खास बात यह है कि महबूब आलम ने इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा मतों के अंतर से चुनाव जीता है. लेकिन चार बार विधायक चुने जाने के बाद भी उनके पास आज तक कोई पक्का मकान तक नहीं हो सका. वे आज भी कहीं जाने के लिए पैदल ही चलते हैं. कहा जा रहा है कि इस बार के बिहार चुनाव में जीतकर विधानसभा पहुंचे 81 फीसदी विधायक करोड़पति हैं. उनके बीच महबूब आलम ऐसे विधायक हैं जिनके पास एक पक्का मकान तक नहीं है. ऐसे में वे इन दिनों लोगों की बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं.
महबूब आलम CPI के टिकट पर चौथी बार विधायक चुने गए हैं
बता दें कि महबूब आलम कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के टिकट पर चौथी बार विधायक चुने गए हैं. कटिहार जिले की बलरामपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं. उन्होंने 53 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है. यह इस बार के बिहार चुनाव की सबसे बड़ी जीत है. खास बात यह है कि महबूब आलम की उम्र अभी महज 44 साल ही है. वे 10 वीं पास हैं. साथ ही वे खेती भी करते हैं.