किशनगंज, संवाददाता
बिहार के किशनगंज जिले में बुनकरों एवं पारंपरिक हस्तशिल्प कला को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किशनगंज सांसद डॉ.जावेद आजाद ने सीएम नीतीश कुमार को पत्र लिखकर अपने क्षेत्र के बुनकरों एवं पारंपरिक हस्तशिल्प कार्य को जीआई (जियोग्राफिकल इंटीग्रेशन) टैग देने की मांग की।
सांसद ने कहा कि जिले के बुनकरों एवं पारम्परिक हस्तशिल्प कला को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिले। उन्होंने कहा कि जिले के बुनकरों एवं पारंपरिक हस्तशिल्प कलाकारों की खुशहाली बढ़ावा देने के लिए अति आवश्यक है कि खेती और कढ़ाई को जीआई टैग मिले। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं का समाधान बहुत जरूरी है। इनकी कला को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पहचान मिले, किसानों को उचित मूल्य प्राप्त हो, निर्यात के अवसर बढ़ें और कृषि पर्यटन को बढ़ावा मिले।खेता बुनकरों को आसान ऋण व ई-मार्केटिंग प्रशिक्षण मिले, हस्तशिल्प व कृषि आधारित उद्योग को प्रोत्साहन मिले एवं सुरजापुरी आम को भी जीआई टैग (जियोग्राफिकल इंटीग्रेशन) दिलाने का लिखित आग्रह किया है।
सांसद ने कहा कि अगर जीआई टैग मिलेगा तो उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। सीमांचल के किसानों की वर्षों की मेहनत का सम्मान जरूरी है। ताकि इसे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पहचान मिले, किसानों को उचित मूल्य प्राप्त हो, निर्यात के अवसर बढ़ें और कृषि पर्यटन को बढ़ावा मिले।यह कदम सीमांचल की अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा।निस्संदेह, यह कदम सीमांचल की आर्थिक मजबूती व रोजगार सृजन में अहम भूमिका निभाएगा।
सांसद ने की बुनकरों को जीआई टैग देने की मांग
