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विधानसभा चुनाव आते ही एक बार फिर से मुंगेर में हथियारों की मंडी से जुड़े हुए लोगों की आमद रफत, तस्करी और अवैध हथियार निर्माण का सिलसिला वृहद पैमाने पर शुरू हो गया है. लगातार मुंगेर पुलिस अपराधियों और हथियार तस्करों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई कर रही है. इसी कार्रवाई के दौरान मुंगेर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र और असरगंज थाना क्षेत्र के बीच होने वाले हथियार की बड़ी तस्वीर को पुलिस ने विफल करते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार किया. जिनके पास से 5 पिस्टल,6 देसी कट्टा, 1 रिवाल्वर, और 57 राउंड कारतूस बरामद किया गया है. गिरफ्तार तस्करों से पुलिस लगातार पूछताछ कर अन्य नेटवर्क खंगालने में जुटी हुई है.

एसपी लिपि सिंह के अनुसार गुप्त सूचना मिली थी के मुंगेर जिले के असरगंज थाना क्षेत्र और हथियारों की मंडी के लिए प्रसिद्ध मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बीच कुछ हथियार तस्कर बड़े पैमाने पर हथियारों की तस्करी की तैयारी कर रहे हैं इन हथियारों को बिहार चुनाव में अलग-अलग जिलों में अलग-अलग तस्करों के पास भेजा जाना था जिससे चुनाव में शांति व्यवस्था को भंग किया जाए. इस सूचना के मिलते ही पुलिस एक्शन मोड में आई और मुखबिर से मिली सूचना के बाद ताबड़तोड़ छापामारी के दौरान चार हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया. जिसमें दो हथियार तस्कर असरगंज निवासी मोहम्मद फजल और पंकज सिंह हैं, तो वहीं दो अन्य हथियार तस्कर मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रहने वाले मोहम्मद शमशेर और रिंकू पाठक हैं.

एसपी लिपि सिंह ने कहा कि विधानसभा चुनाव को किसी भी कीमत पर हथियार तस्करों की भेंट नहीं चढ़ने दिया जाएगा जिससे चुनाव में शांति व्यवस्था भंग हो. वहीं गिरफ्तार सिंकू पाठक पर कई मामले जिसमें लूट, डकैती के अलावा प्रखंड विकास पदाधिकारी के अपहरण का भी मामला दर्ज है. कई जिलों में उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हैं. सिंकु पाठक मूल रूप से बांका जिला का रहने वाला है लेकिन असरगंज में ही रह रहा था.

मुंढेरी में बनने वाले हथियारों की करता था आपूर्ति

गिरफ्तार तस्करों का नेटवर्क काफी बड़ा था. मुंढेरी स्थित सौरव साह के द्वारा जो हथियार बनाए जाते थे उसको बिक्री कराने में सिंकु पाठक भी शामिल था. मुंढेरी में बनने वाले हथियारों को सिंकु पाठक तक पहुंचाया जाता था और सिंकु पाठक कुरियर के जरिए दूसरे जगहों तक उन हथियारों को पहुंचाता था. मुंढेरी का रहने वाला पंकज सिंह भी सिंकु पाठक के नेटवर्क में शामिल था. सौरव साह द्वारा बनाए गए हथियारों को सिंकु पाठक तक पहुंचाना और सिंकु पाठक के कहे अनुसार मोहम्मद फजल तक हथियार पहुंचाने में पंकज सिंह की भूमिका थी.

फजल की गतिविधियों पर थी जिला आसूचना इकाई की नजर

मोहम्मद फजल की गतिविधियों पर जिला आसूचना इकाई की नजर काफी दिनों से थी. पिछले एक महीने से उसकी गतिविधियों की निगरानी की जा रही थी. पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह को सूचना मिली थी कि बाकरपुर का रहने वाला फजल नाम का एक युवक हथियारों की तस्करी में लिप्त है. इसके बाद जिला आसूचना इकाई को लगाया गया. पहले मोहम्मद फजल नाम के युवक की तलाश की गई और उसके बाद उस पर निगरानी रखनी शुरू कर दी गई थी. पंकज सिंह जब हथियार लेकर आया था तब उसके बाद फजल के ननिहाल स्थित घर पर छापामारी की गई और वहां से पांच पिस्टल, 5 कट्टा और 50 जिंदा गोलियां बरामद की गई थी.

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