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मुंगेर पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह के निर्देश पर की गई कार्रवाई के दौरान पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार अपराधी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे थे. मुंगेर पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने बताया कि बरियारपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत पड़ीया गांव के पास कुछ संदिग्ध व्यक्ति जमा हुए हैं और किसी वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई जा रही है. सूचना मिलने के बाद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर नंदजी प्रसाद के नेतृत्व में छापामारी दल का गठन किया गया. एसडीपीओ सदर के नेतृत्व में बरियारपुर थानाध्यक्ष के द्वारा कार्रवाई की गई. इस दौरान पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया गया.

गिरफ्तार अपराधियों ने करण कुमार, सिंटू कुमार, विक्रम मंडल, संजीव कुमार और गुलशन कुमार शामिल हैं. सभी पड़ीया इलाके के ही रहने वाले हैं. इन अपराधियों ने अपने बयान में यह स्वीकार किया है कि यह लोग छिनतई और लूट की योजना बनाने के लिए जुटे थे तथा ऐन समय पर इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तार अपराधियों का आपराधिक इतिहास रहा है. यह गैंग डकैती और लूट की वारदात को अंजाम देता रहा है. गिरफ्तार अपराधी मुख्यतः ट्रेनों में अपराधिक वारदातों को अंजाम देता है और यात्रियों के साथ लूट एवं डकैती की घटनाओं को अंजाम देता रहा है. गिरफ्तार किए सभी अपराधी काफी शातिर हैं और लूट की कई घटनाओं को इनके द्वारा अंजाम दिया जा चुका था. करण कुमार के खिलाफ छह मामले दर्ज हैं जिनमें हत्या, लूट डकैती, आर्म्स एक्ट शामिल है. सिंटू कुमार पर तीन, संजीव कुमार पर 4 मामले हैं. गिरफ्तार अपराधियों द्वारा लूट, डकैती की घटनाओं को अंजाम दिया गया था. गिरफ्तार अपराधियों ने यह भी स्वीकार किया है कि ट्रेनों का परिचालन शुरू होने के बाद रेलगाड़ियों में लूट की घटनाओं को अंजाम देने की इनकी तैयारी थी. इस बार इनका जमावड़ा बरियारपुर एनएच पर किसी वाहन के साथ लूट या छिनतई की घटना को अंजाम देने के लिए हुआ था. गिरफ्तार अपराधियों के खिलाफ बरियारपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है तथा सबों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.


सिपाही हत्याकांड का आरोपी है गिरफ्तार करण कुमार
पुलिस द्वारा गिरफ्तार करण कुमार ने सिपाही की हत्या कर दी थी. वर्ष 2016 में 11 अगस्त को बरियारपुर स्टेशन पर छिनतई के दौरान इसने एक सिपाही की हत्या कर दी थी. पूछताछ में उसने बताया है कि उस दिन बरियारपुर स्टेशन पर एक लड़की का इसने मोबाइल छीना था. मोबाइल छीनने के दौरान ही उक्त सिपाही ने इन अपराधियों को पकड़ने की कोशिश की थी. इसी दौरान भागने के दौरान करण ने सिपाही को गोली मार दी थी. सिपाही भागलपुर जिला में प्रतिनियुक्त था और श्रावणी मेला में ड्यूटी करने के लिए सुल्तानगंज जा रहा था. सिपाही की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई थी. बरियारपुर स्टेशन पर भागलपुर जिला बल के सिपाही की हत्या से संबंधित प्राथमिकी रेल थाना जमालपुर में दर्ज की गई थी.

एक बार फिर सक्रिय हो रहा था गैंग

गिरफ्तार अपराधियों में करण कुमार ही गैंग का मास्टरमाइंड है और लूट की घटनाओं को संगठित तरीके से अंजाम देता रहा है. एक बार फिर यह गैंग सक्रिय हो रहा था और यही कारण है कि अपराधियों को जमा कर यह गैंग को मजबूत बनाने की कोशिश कर रहा था. इसकी मंशा कई घटनाओं को अंजाम देने की थी. हालांकि पुलिस की कार्रवाई में सक्रिय होने से पहले ही गैंग के सदस्य गिरफ्तार कर लिए गए हैं. इन अपराधियों ने दूसरे कई अपराधियों के बारे में जानकारियां दी हैं तथा उन अपराधियों के बारे में भी पुलिस आसूचना संकलन कर गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है.

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