पटनाः नीट पेपर लीक को लेकर आइसा (AISA) ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। आइसा राज्य अध्यक्ष प्रीति कुमारी और राज्य सचिव सबीर कुमार ने संयुक्त रूप से कहा कि एनटीए (NTA) गैरसंवैधानिक संस्था है, इसका लक्ष्य शिक्षा के साथ-साथ छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना है। डबल इंजन की सरकार की चुप्पी और केन्द्रीय शिक्षा मंत्री का रवैया सीधे शोषितों-वंचितों को सबसे बड़ी प्रतिस्पर्धा वाली परीक्षा मेडिकल क्षेत्र से दूर कर रहा है।
आइसा नेता ने कहा कि लगातार विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में लापरवाही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की अनियमितता पर प्रश्न पैदा कर रहा है लेकिन इन सारे सवालों को गौण कर देना चाहती है। मोदी सरकार नीट 2024 परीक्षा में पेपर लीक और व्यापक धांधली के प्रमाण पुरे देशवासियों के सामने है। केन्द्र सरकार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को संरक्षण दे रही है, ऐसे में शिक्षा माफियाओं का मनोबल को बढ़ावा मिल रहा है।
शिक्षा के क्षेत्र में निजीकरण और बाजारीकरण उच्च शिक्षा पर हावी हो रहा है देखा जाए तो इस वर्ष की NEET UG परीक्षा में जिस तरह की धांधली सामने आई है NTA का भ्रष्टाचार पूर्णतः उजागर हुआ है। सेना में ठेके-पट्टे पर बहाली को बढ़ावा देने वाली अग्निवीर भर्ती योजना ने देश के युवाओं के सपनों पर आघात पहुंचाया है यह सेना के लिए भी नुकसानदेह है और पूरी सैन्य व्यवस्था को संकट में डालने वाला है। आरक्षण को नौंवी अनुसूची में शामिल नहीं करना भाजपा के दलित पिछड़ा मानसिकता को दर्शाता हैं।
भ्रष्ट नेशनल टेस्टिंग एजेंसी और भ्रष्ट केन्द्र सरकार के खिलाफ आइसा का छात्रहित में सभी सवालों को लेकर बिहार के जिलों से छात्र-छात्राएं का बड़ा गोलबंदी के साथ गांधी मैदान गेट नम्बर 10 विधानसभा मार्च किया जाएगा।
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