बिहार में अपराध व कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक्शन मोड में दिख रहे हैं। मुख्यमंत्री राजधानी के सरदार पटेल भवन स्थित पुलिस मुख्यालय पहुंचे। पिछले 14 दिनों में यह दूसरी बार है, वेजब पुलिस मुख्यालय पहुंचे हैं। यहां डीजीपी समेत पुलिस के वरीय अधिकारियों के साथ वे कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक कर रहे हैं।
नवंबर में एनडीए की नई सरकार के गठन के बाद से ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लॉ एंड ऑर्डर को लेकर गंभीर हैं। वह लगातार समीक्षा बैठक कर रहे हैं। अभी तक नवंबर से वह पांच बार लॉ एंड ऑर्डर की समीक्षा बैठक कर चुके हैं। हर बार पुलिस अफसरों को अपराधियों से सख्ती से निबटने का टास्क दिया जाता है।
बिहार में खराब कानून व्यवस्था मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए लगातार परेशानी का सबब बनी हुई है. अपराधियों के सामने पुलिस की एक नहीं चल रही और लगातार अपराधिक घटनाओं को बदमाश अंजाम दे रहे है. ऐसे में मुख्यमंत्री ने अपनी नई पारी में तीन बार क्राइम में रिव्यू मीटिंग करने के बाद चौथी बार 23 दिसंबर को पुलिस हेड क्वार्टर पहुंचकर आला अधिकारियों को क्लियर मैसेज दे दिया था.
मुख्यमंत्री ने कानून व्यवस्था को लेकर अधिकारियों से लगभग 2 घंटे तक चर्चा की थी. इस दौरान नीतीश कुमार ने बिहार के डीजीपी एसके सिंघल समेत अन्य वरीय अधिकारियों को दो टूक शब्दों में कह दिया कि अगर पुलिस तमाम सुविधा देने के बावजूद नतीजे नहीं देगी तो इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों की पहचान कर उनके ऊपर ऐक्शन लिया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने पिछली बैठक में पुलिस के वरीय अधिकारियों को अपराध नियंत्रण और पुलिस आधुनिकीकरण का टास्क दिया था। सीएम ने कहा था कि कानून-व्यवस्था एवं अपराध नियंत्रण पर पूरी मुस्तैदी के साथ काम किया जा रहा है। एक-एक चीज को देखा जा रहा है। मुझे भरोसा है कि लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति और इम्प्रूव होगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया था कि राजगीर स्थित बिहार पुलिस अकादमी के अंदर ही हर तरह के पुलिस प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाए। विशेष प्रशिक्षण के लिए जगह चिह्नित की जाए। राज्य सरकार सभी तरह के संसाधन उपलब्ध कराएगी।