बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अगले उपराष्ट्र्रपति के उम्मीदवार महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को बनाए जाने पर खुसी जाहीर की है। उन्होंने एनडीए के उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर अपने सोशल मीडिया के माध्यम से शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह निर्णय स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि जदयू उपराष्ट्रपति उम्मीदवार का समर्थन करेगा।
बता दें कि जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद सियासी गलियारों में चर्चा तेज थी कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बनाया जाएगा। हालांकि किसी पार्टी के नेता या किसी वरीय राजनेता की ओर से इसका दावा नहीं किया गया था। वहीं अब एनडीए ने उपराष्ट्रपति के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है और सीएम नीतीश ने ऐलान कर दिया है कि जदयू उनका समर्थन करेगी।
उपराष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उम्मीदवार घोषित किया है। इस बात की जानकारी भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में हुई संसदीय बोर्ड की बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया। 20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुप्पुर में जन्मे सीपी राधाकृष्णन ने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की पढ़ाई की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े राधाकृष्णन 1974 में भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्य बने।
भाजपा की तमिलनाडु इकाई में 1996 में उन्हें सचिव बनाया गया। इसके बाद वे कोयंबटूर से लोकसभा सांसद चुने गए। सांसद रहते हुए वे संसदीय स्थायी समिति (कपड़ा मंत्रालय) के अध्यक्ष रहे और स्टॉक एक्सचेंज घोटाले की जांच के लिए गठित विशेष संसदीय समिति के सदस्य भी रहे। 2004 में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत का प्रतिनिधित्व किया। वे ताइवान जाने वाले पहले भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा भी थे। राधाकृष्णन को 2016 में कोच्चि स्थित कोयर बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया, जहाँ उनके नेतृत्व में नारियल रेशा का निर्यात रिकॉर्ड 2532 करोड़ रुपये तक पहुँचा। 2020 से 2022 तक वे भाजपा के केरल प्रभारी भी रहे।
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