छपरा: सारण जिले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से आम लोगों को बेहतर और गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए अहम कदम उठाए जा रहे है। विभाग ने हर प्रखंड से एक-एक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को एनक्वास (नेशनल क्वालिटी असुरेंस स्टैंडर्ड) प्रमाणीकरण दिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। यह प्रमाणीकरण मिलने पर स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध सुविधाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा और लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। जिले के 20 प्रखंडों से एक-एक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को एनक्वास के लिए तैयार किया जा रहा है।
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अरविन्द कुमार ने बताया कि अब तक सारण जिले के दो स्वास्थ्य केंद्रों, यूपीएचसी मासूमगंज और एचडब्लयूसी फुलवरिया को एनक्वास का प्रमाण पत्र मिल चुका है। दिघवारा प्रखंड शीतलपुर डीह हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का स्टेट टीम की ओर से असेस्मेंट किया जा चुका है। अब सभी अनुमंडल क्षेत्रों से एक-एक एचडब्ल्यूसी को भी इस प्रमाणीकरण के लिए तैयार किया जा रहा है। इस प्रक्रिया के तहत इन केंद्रों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों के तहत सर्टिफाइड किया जाएगा, ताकि आम लोगों को उच्च स्तर की स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। यह कदम मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए उठाया गया है। इससे हर व्यक्ति को समुचित इलाज और स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीसी रमेश चंद्र कुमार ने बताया कि फिलहाल तीन सेंटर राष्ट्रीय गुणवत्ता आवश्वासन मानक के तहत प्रमाणीकरण को लेकर तैयार है। इसमें मांझी के मटियार स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, सोनपुर का गोविन्दचक और अमनौर प्रखंड के अपहर का एचडब्ल्यूसी तैयार है। इसका आंतरिक मूल्यांकन किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इसकी तैयारी को लेकर सभी स्वास्थ्य कर्मी को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के चेक लिस्ट के अनुसार कार्य किया जा रहा है।