बेगूसराय, संवाददाता: एनटीपीसी के बरौनी थर्मल पावर स्टेशन स्टेज-टू को डायरेक्टर्स इंस्टीट्यूट द्वारा विद्युत उत्पादन श्रेणी में गोल्डन पीकॉक एनवायरोमेंट मैनेजमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। एनटीपीसी बरौनी के एजीएम (पर्यावरण और ऐश उपयोग) संजय कुमार सिंह को बेंगलूर में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस यू.यू. ललित द्वारा यह पुरस्कार प्रदान किया गया।
यह पुरस्कार मिलने से बरौनी एनटीपीसी के अधिकारियों और कर्मियों में खुशी का माहौल है। परियोजना प्रमुख जयदीप घोष ने एनटीपीसी टीम को उक्त उपलब्धि पर बधाई देते हुए भविष्य में भी पर्यावरणीय मुद्दों पर और बेहतर करने की आशा व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि बरौनी थर्मल पावर स्टेशन जलवायु परिवर्तन के मुद्दों प्रति सजग है।
स्थापना से अब तक विभिन्न क्षेत्रों में बिहार सरकार के वन विभाग के साथ मिलकर 76 हजार से अधिक पेड़ लगाए गए हैं। कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए 900 किलोवाट रूफ टॉप सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना का काम भी प्रगति पर है। एनटीपीसी बरौनी ने भूमि संरक्षण और जल संरक्षण के लिए उल्लेखनीय कार्य किया है। बरौनी थर्मल पावर स्टेशन ने अपनी राख का उपयोग करके अपशिष्ट राख माउंड भूमि को उपयोगी भूमि में परिवर्तित किया है जिसका भविष्य में परियोजना कार्य के लिए उपयोग किया जा सकता है। परियोजना स्थापित उच्च मानदंडों के सन्दर्भ में राख निपटान के लिए बहुत कम मात्रा में भूमि का उपयोग कर रही है। बरौनी थर्मल पावर स्टेशन एक जीरो लिक्विड डिस्चार्ज संयंत्र है और सभी अपशिष्ट जल का उपचार किया जाता है। उसे पुनर्चक्रित किया जाता है और परियोजना के भीतर पुनः उपयोग किया जाता है। परियोजना के बाहर अपशिष्ट जल नहीं छोड़ा जाता है।