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पटना डेस्कः उडीसा में भाजपा (BJP) की सरकार बनते ही बड़ा बदलाव हुआ है। मोहन चरण माझी (Mohan Charan Majhi) मुख्यमंत्री पद का शपथ लेते ही बड़ा निर्णय लेते हुए जगन्नाथ मंदिर के सभी द्वार खोलने का निर्देश जारी किया है। शपथ के बाद पहली कैबिनेट मीटिंग में ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि जगन्नाथ पुरी मंदिर के चार प्रवेश द्वार सभी मंत्रियों की उपस्थिति में खोले जाएंगे। साथ ही पुरी श्रीजगन्नाथ मंदिर के लिए 500 करोड़ रुपये के कॉर्पस फंड को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है।

घोषणापत्र का वादा किया पूरा

भाजपा ने चुनाव के दौरान अपने घोषणा पत्र में जगन्नाथ मंदिर का मुद्दा काफी मजबूति के साथ उठाया था। अब सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री ने श्रद्धालु के लिए चारों द्वारों से मंदिर में प्रवेश करने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी मंदिरों के द्वार खोलना भाजपा के चुनाव घोषणापत्र का एक वादा था और द्वार बंद होने से श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।

कोविड के दौरान द्वार हुआ था बंद

बीजू जनता दल (BJD) के नेतृत्व वाली पूर्व सरकार ने कोविड-19 महामारी के बाद से मंदिर के चारों द्वार बंद कर रखे थे। श्रद्धालु केवल एक द्वार से ही प्रवेश कर सकते थे, जिसके कारण श्रद्धालुओं को काफी परेशानी का सामने करना पड़ता था। इसको लेकर प्रदेश में राजनीति भी खूब हो रही थी और सभी द्वार खोलने की मांग की जा रही थी। राज्य में सत्ता बदलने के साथ ही शासन-प्रशासन में भी बड़ा बदलाव हुआ है, जिससे श्रद्धालुओं के साथ ही पूरे राज्य के लोगों में काफी खुशी का माहौल देखा जा रहा है।

बताते चलें कि मोहन चरण माझी के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कई केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री शामिल हुए। वरिष्ठ बीजेपी नेता और पटनागढ़ से विधायक केवी सिंह देव और निमापारा विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक बनीं प्रभाती परिदा ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। इसके साथ ही प्रदेश में पहली बार बनी भाजपा की सरकार अपने काम में जुट गई है।

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