बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन के प्रवेश द्वार पर काला कपड़ा पहनकर प्रदर्शन कर रहे विपक्षी विधायकों और सुरक्षाकर्मियों के बीच जमकर बहस हुई। इसी बीच धक्कामुक्की जैसी नौबत आ गई। दरअसल, मतदाता पुनरीक्षण और बिहार में बढ़ते अपराध सहित कई मुद्दों पर विपक्ष लगातार प्रदर्शन कर रही है।
इसी प्रदर्शन के बीच सुरक्षाकर्मी और विधायक के बीच धक्कामुक्की की नौबत आ गई। इसके बाद प्रदर्शन कर रहे विधायकों ने इसका जोरदार विरोध किया। कुछ समय के लिए सुरक्षाकर्मियों और विधायकों के बीच तनातनी बनी रही। वहीं विधायकों द्वारा विधानसभा के मुख्य प्रवेश द्वार पर किये जा रहे प्रदर्शन के कारण सत्ता पक्ष के विधायकों को प्रवेश करने के लिए दूसरे द्वार का सहारा लेना।
बता दें कि बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र का दूसरा दिन हंगामे, उग्रता और शर्मनाक घटनाओं से इतिहास के काले पन्नों में दर्ज हो गया। लोकतंत्र का पवित्र मंदिर उस वक्त राजनीतिक अखाड़ा बन गया, जब विपक्षी विधायकों ने मर्यादा की तमाम सीमाएं लांघते हुए वेल में कूदकर उत्पात मचा दिया।
राजद विधायक रणविजय साहू और विजय कुमार ने रिपोर्टर टेबल पलटने की कोशिश की, जबकि विधायक सतीश दास और सुरेंद्र राम को उनके साथी तीन बार रिपोर्टर टेबल पर चढ़ाने की कोशिश करते दिखे। हर बार मार्शलों ने उन्हें रोका, लेकिन सदन की गरिमा पहले ही वेल में धंस चुकी थी।
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