आरा, विशेष संवाददाता
उद्योग के संकट से जूझ रहे बिहार में डालमियानगर सीमेंट फैक्ट्री कार्यरत है पर सामाजिक मानकों के प्रति इसका नजरिया इतना गैरजिम्मेदाराना है कि आम लोग फैक्ट्री तक पहुंच गए और उनकी संख्या को देख फैक्ट्री प्रबंधन को पुलिस को बुलाना पड़ गया. पुलिस भी किंककर्तव्यविमूढ़ थी.
आम लोगों की नाराजगी का कारण रोहतास के बंजारी स्थित डालमियानगर सीमेंट फैक्ट्री से निकल रहे धूल और धुंए है. फैक्ट्री प्रबंधन की जिस संवेदनहीनता से लोगों को जूझना पड़ रहा है धूल और धुंए का जो दुष्प्रभाव आम लोगों के जीवन पर पड़ रहा है, आजतक फैक्ट्री प्रबंधन ने उसके बचाव के लिए कोई कदम नहीं उठाया और यह लोगों की नाराजगी का सबसे बड़ा कारण है.
सीमेंट फैक्ट्री से निकल रहे धूल और धुंए से अजीज आकर स्थानीय लोगों ने बड़ी संख्या में फैक्ट्री पर गुरुवार को धावा बोल दिया. स्थिति ऐसी बन गई कि फैक्ट्री के प्रबंधक को सूचना देकर रोहतास पुलिस को बुलाना पड़ा. सीमेंट फैक्ट्री से उड़ रहे धूल और धुंए से निजात दिलाने पर पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच बातचीत हुई. ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि फैक्ट्री से निकलने वाले धूल और धुएं से उनका जीना हराम हो गया है. इससे सांस और फेंफड़ा सम्बन्धी रोग हो सकता है और स्थानीय लोगों को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है. फैक्ट्री के सामने से सड़क पर जब गाड़ियां गुजरती है तो आसपास के लोग दिखाई नहीं देते. ग्रामीणों का कहना है कि फैक्ट्री प्रबंधन धूल और धुएं पर नियंत्रण करे तो स्थिति सामान्य हो सकती है.
पूर्व में मुखिया मोहम्मद अली हसन ने इस समस्या की तरफ फैक्ट्री प्रबंधन का ध्यान आकृष्ट कराया था. आवेदन भी दिए था. बावजूद इसके सीमेंट फैक्ट्री प्रबंधन ने कोई कार्रवाई नहीं की. विवश होकर उन्हें अब फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ फैक्ट्री के मुख्य गेट पर धावा बोलना पड़ा है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द से जल्द धूल और धुंए से निजात दिलाने की दिशा में फैक्ट्री प्रबंधन ने ठोस कदम नहीं उठाया तो बड़ा जन आंदोलन शुरू होगा.
हालांकि ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए फैक्ट्री प्रबंधन ने गुरुवार से सफाई कर्मियों को सड़क पर भेज कर पानी का छिड़काव कराया. धूल और धुएं को कम करने की कोशिशें शुरू कर दी गई है. बावजूद इसके ग्रामीण संतुष्ट नहीं हैं और वे इस समस्या का स्थायी समाधान की मांग कर रहे हैं.
डालमिया सीमेंट फैक्ट्री के खिलाफ बढ़ता जा रहा लोगों का गुस्सा सामाजिक मानकों के प्रति फैक्ट्री का नजरिया गैर जिम्मेदाराना
