पटना डेस्कः मुंगेर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जदयू प्रत्याशी राजीव रंजन उर्फ़ ललन सिंह के लिए चुनाव प्रचार किया। इस मौके पर उन्होंने कांग्रेस और राजद पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि लालटेन वाले अंधकार के जंगलराज में मुंगेर सबसे ज्यादा प्रभावित रहा। वहीं नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने लालटेन के अँधेरे से बिहार को बाहर निकाला। उन्होंने कहा कि बिहार में तेजी के साथ विकास हो रहा है। देश में वंदे भारत, अमृत भारत और बुलेट ट्रेन चला रहे हैं। यह आधुनिक सुविधाएं तक नहीं है। पटरी से डिब्बे तक भारत में बन रहे हैं और विदेशों में बेच रहे हैं। इससे आने वाले समय में बिहार के रेल कारखाने को भी बड़ा फायदा होगा।
उन्होंने कहा कि भारत को दलहन और तिलहन में आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लेकर चले हैं। आने वाले 5 साल में मिशन मोड में काम होगा। दलहन के कटोरे वाले इस क्षेत्र की और अहम भूमिका होने जा रही है। बिहार में चुनावी जंग में जो लड़ाई चल रही है उसमें एक ओर एनडीए का मॉडल है और दूसरी ओर इंडी का मॉडल है. उनका तुष्टीकरण है और हमारा संतुष्टिकरण है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में सबके हक का अधिकार उसे मिलना चाहिए. हमने धर्म और जाति पूछकर किसी को सेवाएं और सुविधाएँ नहीं दी. यही सच्चा सेक्लुरिज्म है. लेकिन इंडी अपनी पूरी ताकत सिर्फ तुष्टीकरण पर लगा रहा है. कांग्रेस के शहजादे का कहना है कि देश भर में हर परिवार की कमाई, मिलकियत और सम्पत्ति का सर्वे करेंगे. उन्होंने कहा कि किसी भी परिवार के पास क्या होता है छोटी- मोटी बचत होता है. लेकिन कांग्रेस की नजर उस पर है. महिलाओं की बचत पर है. उनके मंगलसुत्र पर है।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार वाली कांग्रेस की नजर अब आपकी संपत्ति पर है. उन्होंने बिना राहुल गांधी का नाम लिए खा कि कांग्रेस विरासत टैक्स लगाएगी. वे कह रहे हैं कि हर परिवार का एक्सरे निकालेंगे. यानी अभी आप अपनी पूरी संपत्ति मरते समय बच्चों को देते हैं. लेकिन अब कांग्रेस ऐसा घोषणा पत्र लाई है कि खेत, खलिहान, घर, दुकान अब आप अपने बच्चों को नहीं दे पाएंगे. आधे से अधिक सम्पत्ति कांग्रेस हड़प लेगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की इस सोच पर राजद वाले मुंह पर ताला लगाकर बैठे हैं. पीएम मोदी ने बिना किसी समुदाय का नाम लिए कहा कि कांग्रेस और राजद अपने खासमखास वोट बैंक को उस सम्पत्ति को बांट देंगे. इससे देश के हर वर्ग के लोग चिंतित हैं।