राजद
प्रदर्शन की फाइल तस्वीर
- Advertisement -

पटनाः बिहार में बढ़ते आपराधिक घटनाओं को लेकर महागठबंधन ने सरकार को सड़क से लेकर सदन तक घेरने की पूरी तैयारी कर ली है। अपराध के खिलाफ महागठबंधनदल के कार्यकर्ताओं ने विभिन्न जिलों में प्रतिरोध मार्च निकाला है। महागठबंधन के तमाम नेता सड़क पर उतरकर बिगड़ती कानून-व्यवस्था और राज्य सरकार की कमियों और नाकामियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। इसे लेकर तमाम जिलों में प्रशासन भी अलर्ट।

जानकारी के मुताबिक तमाम जिलों में प्रतिरोध मार्च निकालने के बाद महागठबंधन के नेता संयुक्त रूप से अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन जिले के डीएम को सौंपेंगे। पटना में प्रतिरोध मार्च वीरचंद पटेल पथ‌ से डाक बंगला चौराहा होते हुए जिला समाहरणालय हिंदी भवन तक पहुंचा। इस मार्च में आरजेडी, कांग्रेस और वामपंथी दलों के नेता शामिल हुए, जो बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर सरकार की नाकामियों को गिनाया।

दरअसल बिहार में इन दिनों बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर तेजस्वी यादव लगातार सरका रपर हमलावर थे। इसी बीच वीआईपी चीफ मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या ने बिहार की राजनीति को और गर्मा दिया। विपक्ष ने इसे बड़ा राजनीतिक मुद्दा बना दिया है और अब महागठबंधन के तमाम नेता इसके विरोध में सड़क पर उतरने की तैयारी कर चुके हैं। बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर तमाम जिलों में प्रतिरोध मार्च निकाला गया। इसमें महागठबंधन के कई बड़े नेता भी शामिल हुए। पटना में मार्च की अगुवाई गठबंधन के बड़े नेताओं ने की।

उधर 22 जुलाई से मानसून सत्र भी शुरू होने वाला है, जहां सदन में अपराध ही बहस का सबसे बड़ा मुद्दा होगा। हालांकि नीतीश कुमार ने अपराध से निपटने के लिए बीते 19 जुलाई को ही बड़ी बैठक बुलाई थी, जिसमें उन्होंने कड़े लहजे में अपराध पर लगाम लगाने के निर्देश अधिकाियों को दिए हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी हालत में अपराधी बख्शे नहीं जाएंगे।

ये भी पढ़ें…लोकसभा चुनाव के बाद BJP कार्यसमिति की बड़ी बैठक, विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान

- Advertisement -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here