कुम्हारों को मिलेगा इलेक्ट्रिक चाक का तोहफा,बीपीएल परिवारों को मिलेगा फ्री कुम्हार समुदाय की आय दोगुनी करने का है लक्ष्य

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मुजफ्फरपुर, संवाददाता
भारत सरकार ने कुम्हार समुदाय को सशक्त बनाने के लिए इलेक्ट्रिक चाक योजना की शुरुआत की है। इससे कुम्हार को चाक पर मिट्टी के बर्तन बनाने में आसानी होगी। इसके अलावा मिट्टी के समान के उत्पादन में भी बढ़ोतरी होगी। पहले कुम्हार को हाथ से चाक चलाकर बर्तन बनाना पड़ता था, लेकिन केंद्र सरकार ने अच्छी पहल की है, इससे विलुप्त होती जा रही संस्कृति भी बची रहेगी और कुम्हारों के आय में भी बढ़ोतरी होगी।
इसी योजना के तहत मुजफ्फरपुर के मुसहरी प्रखंड अंतर्गत मनिका हरिकेश गांव में कुम्हार को चिह्नित कर इलेक्ट्रिक चाक चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। कुम्हार को पहले 10 दिनों तक ट्रेनिंग दी जाएगी। उसके बाद मुफ्त में उन्हें इलेक्ट्रिक चाक दिया जाएगा। बाजारवाद में गुम होते कुम्हारों के पुश्तैनी काम को अब आधुनिक करने का प्रयास किया जा रहा है।
कुंभकारी सशक्तिकरण योजना के तहत 10 दिवसीय प्रशिक्षण मंगलवार को शुरू हो गया। यह कार्यक्रम खादी और ग्राम उद्योग आयोग के माध्यम से किया जा रहा है। आयोग के सहायक निदेशक गोपाल सिंह ने बताया कि ग्राम उद्योग विकास योजना के तहत 10 दिवसीय इलेक्ट्रिक चाक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू की गई है। प्रधानमंत्री ने कुम्हार के आए को दोगुनी करने के लिए योजना की शुरुआत की है। प्रशिक्षण देने के बाद सभी बीपीएल केटेगरी में आने वाले लोगों को मुफ्त में इलेक्ट्रिक चाक दी जाएगी।
ट्रेनिंग ले रहे शंभू पंडित ने बताया कि इससे काम करने में सुविधा होगी। हाथ वाले चाक में काफी मेहनत पड़ती है। बर्तन बनाने में भी काफी आसानी होगी। इससे हम लोगों को काफी फायदा होगा। छठू पंडित ने बताया कि हम लोग पहले डंडा वाला चाक चला रहे थे, अभी इलेक्ट्रिक चाक का ट्रेनिंग ले रहे हैं। इससे मिट्टी के बर्तन बनाने में आसानी होगी। हम लोग मिट्टी के बर्तन बनाते हैं।

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