बिहार चुनावी रणभूमि में प्रियंका गांधी की एंट्री,महिलाओं-युवाओं पर खास फोकस

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Highlights
  • • प्रियंका गांधी 26 सितंबर को मोतिहारी के गांधी मैदान में करेंगी पहली चुनावी सभा। • कांग्रेस महिला और युवा वोटरों को साधने पर रखेगी खास फोकस। • पटना के सदाकत आश्रम में महिलाओं से संवाद का भी है कार्यक्रम। • कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उम्मीद—प्रियंका का दौरा भरेगा पार्टी में नई ऊर्जा। • पहले पूर्णिया में सभा का था प्रस्ताव, अब मोतिहारी चुना गया। • कांग्रेस प्रदेश और स्थानीय नेताओं की मौजूदगी सुनिश्चित करेगी। • प्रियंका गांधी मंच से बेरोजगारी और पलायन जैसे मुद्दों पर करेंगी बड़ी घोषणाएं। • बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले कांग्रेस का यह पहला बड़ा चुनावी शंखनाद।

मोतिहारी:
बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, राजनीतिक सरगर्मी और भी तेज हो गई है। सभी दल जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए तरह-तरह की रणनीतियां बना रहे हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस पार्टी की स्टार प्रचारक और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा 26 सितंबर को बिहार में अपनी पहली चुनावी सभा करने जा रही हैं। यह सभा मोतिहारी के गांधी मैदान में आयोजित होगी और कांग्रेस के लिए यह दौरा बेहद अहम माना जा रहा है।

🔹 प्रियंका गांधी का बिहार दौरा

कांग्रेस से मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार, प्रियंका गांधी 26 सितंबर को दोपहर करीब 12:30 बजे मोतिहारी पहुंचेंगी और एक बजे गांधी मैदान में अपनी पहली चुनावी सभा को संबोधित करेंगी। इस दौरान उनके साथ प्रदेश और स्थानीय स्तर के वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहेंगे। सभा के बाद उनका कार्यक्रम पटना के सदाकत आश्रम में भी तय है, जहां वे महिलाओं से सीधे संवाद करेंगी।

🔹 महिला वोटरों पर खास फोकस

प्रियंका गांधी का यह दौरा खास तौर पर महिला मतदाताओं पर केंद्रित बताया जा रहा है। बिहार की राजनीति में महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ी है और कांग्रेस इस वर्ग को साधने की रणनीति पर काम कर रही है। माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी अपने भाषण में महिलाओं से जुड़े मुद्दों जैसे सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर बड़ी घोषणाएं कर सकती हैं।

🔹 कांग्रेस की चुनावी रणनीति

बिहार की राजनीति में इस समय आरजेडी और जेडीयू जनता से कई वादे कर रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस अपने अलग विजन के साथ मतदाताओं के बीच उतरना चाहती है। प्रियंका गांधी का यह दौरा केवल एक सभा तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे पार्टी के वोटर बेस को मजबूत करने और सामाजिक संपर्क बढ़ाने की योजना के तौर पर देखा जा रहा है।

कांग्रेस नेताओं का कहना है कि प्रियंका गांधी के इस दौरे से कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ेगा और जनता के बीच पार्टी की सक्रियता का संदेश जाएगा। इससे पहले प्रियंका गांधी का कार्यक्रम पूर्णिया में तय था, लेकिन रणनीतिक कारणों से उसे बदलकर मोतिहारी किया गया है।

🔹 राहुल गांधी की यात्रा से जुड़ा संदेश

कांग्रेस इस दौरे को राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ से भी जोड़कर देख रही है। राहुल की यात्रा ने चंपारण क्षेत्र में पहले से ही राजनीतिक माहौल को गरमाया है। अब प्रियंका गांधी के आने से पार्टी कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि इस इलाके में कांग्रेस की पकड़ और मजबूत होगी।

🔹 “प्रियंका गांधी भरेंगी ऊर्जा”

मोतिहारी जिला कांग्रेस अध्यक्ष गप्पू राय ने कहा कि प्रियंका गांधी का दौरा नवरात्रि के अवसर पर जिले के लोगों के लिए ऊर्जा का संचार करेगा। उन्होंने कहा कि “राहुल गांधी के पदयात्रा से बदलाव का शंखनाद पहले ही हो चुका है। अब प्रियंका गांधी के संदेश से जिले के युवाओं और महिलाओं में नई ऊर्जा भरेगी।”

गप्पू राय ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि बिहार में झूठ और वादाखिलाफी की राजनीति हो रही है। युवाओं का पलायन रुक नहीं रहा है और रोजगार के नाम पर सिर्फ खोखले वादे किए जा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि प्रियंका गांधी मंच से बड़ी घोषणाएं कर सकती हैं, जो बिहार की राजनीति में नया मोड़ ला देंगी।

🔹 चुनावी तस्वीर पर असर

कुल मिलाकर, कांग्रेस की यह रणनीति साफ है कि वह बिहार में सिर्फ गठबंधन पर निर्भर नहीं रहना चाहती, बल्कि अपने दम पर जनता के बीच मजबूत उपस्थिति दर्ज कराना चाहती है। प्रियंका गांधी का यह दौरा न सिर्फ कार्यकर्ताओं के लिए ऊर्जा का स्रोत होगा, बल्कि यह कांग्रेस की बड़ी चुनावी रणनीति की शुरुआत भी माना जा रहा है।

यह स्पष्ट है कि प्रियंका गांधी का बिहार आगमन, खासकर मोतिहारी से चुनावी बिगुल बजाना, कांग्रेस के लिए निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि उनका संदेश बिहार के मतदाताओं को कितना प्रभावित करता है और कांग्रेस इस मौके को किस हद तक भुना पाती है।

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