कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर एक बार फिर से मोदी सरकार पर हमला बोला है. राहुल ने इस बार मोदी सरकार पर सरकारी कंपनियों को बेंचने की मुहिम चलाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि एलआईसी को बेचना मोदी सरकार का शर्मनाक प्रयास है.
राहुल ने कहा कि ऐसा लगता है वो सरकारी कंपनी बेचने की मुहिम चला रहे हैं. राहुल ने सरकारी संस्थाओं के निजीकरण को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि मोदी जी ‘सरकारी कंपनी बेचो’ मुहिम चला रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी खुद की बनाई आर्थिक बेहाली की भरपाई के लिए देश की संपत्ति को थोड़ा-थोड़ा करके बेचा जा रहा है. जनता के भविष्य और भरोसे को ताक पर रखकर एलआईसी को बेचना मोदी सरकार का एक और शर्मनाक प्रयास है.
अपने ट्वीट के साथ कांग्रेस सांसद ने एक खबर भी साझा किया है, जिसमें कहा गया है कि केंद्र सरकार एलआईसी में 25 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचेगी. इसे बेचने को लेकर ड्राफ्ट भी तैयार हो चुका है, जिसे सेबी, इरडा तथा नीति आयोग एवं अन्य मंत्रालयों को भेज भी दिया गया है.
वहीं सरकारी उपक्रम के शेयर बेचे जाने पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि एलआईसी कंपनी नहीं बल्कि करोड़ों लोगों का भरोसा है. सामाजिक सुरक्षा कवच है. बच्चों की पढ़ाई, शादी, बुढ़ापे के लिए लोग एलआईसी में इसलिए पैसे जमा करते हैं क्योंकि उन्हें भरोसा है कि इसके साथ सरकारी गारंटी जुड़ी है. अब लोगों के मन में सवाल है कि उनकी जिंदगी भर की जमा-पूंजी का क्या होगा?
पवन खेड़ा ने भी राहुल गांधी के ट्वीट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बीजेपी सरकार और उनके समर्थकों को आड़े हांथों लिया. उन्होंने कहा कि अगर कोई 70 साल का हिसाब मांगे तो उसे बताना चाहिए कि यह तमाम कम्पनियां जो मोदी जी बेच रहे हैं.
पवन खेड़ा ने कहा कि यह पिछले 70 सालों में इस देश की मेहनतकश जनता और सरकारों ने बनाई. हालांकि आज की सरकार पूर्वजों द्वारा अर्जित सम्पत्ति को बेच भी रही है और उनका अपमान भी करने में लगी है, जो सही नहीं है.
हिन्दुस्थान समाचार/आकाश