- Advertisement -

सुरक्षा के लिहाज से पुलिस पूरी तरह से चौकन्नी हो गई है। बाहरी जिलों से संदिग्ध और अपराधी पटना जिले की सीमा में प्रवेश न कर सकें, इसके लिए मतदान से 48 घंटे पहले यानी शनिवार की रात 12 बजे के बाद पटना जिले की सीमा सील कर दी गई। सीमा सील होने के बाद बनाये 66 चेकपोस्टों से होकर आने-जानेवाले लोगों की सघन तलाशी व वाहनों की जांच की जाएगी।

इसके लिए एसएसपी उपेंद्र शर्मा की ओर से चेकपोस्टों पर तैनात पुलिसकर्मियों को कड़े निर्देश दिये हैं। शनिवार को पटना के 22 थाना क्षेत्रों में पुलिस और अद्र्धसैनिक बलों के जवानों ने फ्लैग मार्च किया। पत्रकारनगर, कंकड़बाग, दीघा, गांधी मैदान, पीरबहोर सहित अन्य थाना क्षेत्रों में निकाले गये फ्लैग मार्च के दौरान पुलिस लोगों से निडर होकर मतदान करने की अपील कर रही थी। एएसपी लॉ एंड ऑर्डर स्वर्ण प्रभात के नेतृत्व में फ्लैग मार्च के बाद नाव से पुलिस नकटा दियारा पहुंची और मतदान केन्द्रों का हाल जाना। एएसपी ने बताया कि नकटा दियारा में तीन सेक्शन फोर्स अतिरिक्त तैनात किया जाएगा, जो मतदान के एक दिन पूर्व से ही तैनात कर दिए जायेंगे। 2 नवंबर की शाम से ही जिले की सीमा सील कर दी जाएगी।

पटना में द्वितीय चरण के मतदान के लिए 125 अर्ध सैनिक बल की कंपनियां पहुंची हैं। जवानों को सभी 9 विधानसभा क्षेत्रों में रखा गया है तथा जवान 1 नवंबर से अगले 2 दिनों तक अपने अपने इलाकों में फ्लैग मार्च करेंगे ताकि शांति व्यवस्था कायम रहे। शनिवार की देर शाम डीएम कुमार रवि और एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने अर्धसैनिक बलों के अधिकारियों के साथ बैठक की जिसमें सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर विचार किया गया। अधिकारियों ने 9 विधानसभा क्षेत्रों में पढ़ने वाले अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों के बारे में अर्धसैनिक बल के अधिकारियों को अवगत कराया। इस दौरान डीएम एसएसपी ने कोविड मानक की जानकारी दी। साथ ही अर्धसैनिक पुलिस बल के अधिकारियों से समस्या एवं सुझाव भी लिए गये। उन्हें संबंधित विधानसभा क्षेत्र के डिस्पैच सेंटर पर संपन्न होने वाले कार्य एवं मतदान केंद्र पर पहुंचने एवं सुरक्षा कायम रखने संबंधी तथ्यों से अवगत कराया गया।

दूसरे चरण का मतदान 3 नवंबर को होना है। निर्वाचन आयोग ने मतदान की तिथि के 48 घंटे पहले राजनीतिक पार्टी एवं प्रत्याशियों से कहा है कि चुनाव प्रचार बंद कर दें। इसके आलोक में जिला प्रशासन ने 1 नवंबर की शाम 5:00 बजे के बाद चुनाव प्रचार नहीं करने को कहा है। शाम 5:00 बजे के बाद चुनाव प्रचार न हो, इसे देखने के लिए पूरे जिले में 85 उड़नदस्ता दल तैनात किया गया है। इस दल में एक मजिस्ट्रेट, एक दरोगा और चार पुलिसकर्मी शामिल किए गए हैं। प्रचार करने वाले पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन का मामला दर्ज होगा।
मुंगेर की घटना से बड़ा सबक लेते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से मनेर के रामपुर दियारा से अथमलमोला तक चौकसी बढ़ा दी है। जलमार्ग पर पहरा कड़ा कर दिया गया है। पुलिस पूरी तरह से हाई अलर्ट मोड पर है। शनिवार से एनडीआरएफ की टीम ने भी पेट्र्रोंलग शुरू कर दी। आईजी रेंज संजय सिंह ने बताया कि मुंगेर में हुर्ई हिंसा को लेकर तीन नवंबर को होने वाले मतदान पर कोई असर न पड़े, इसके लिए हर स्तर पर चौकसी बरती जा रही है। वहीं दीघा एवं बांकीपुर के सामान्य प्रेक्षक एमआई पटेल ने नकटा दियारा पंचायत के कई मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने मतदान केंद्र पर उपलब्ध व्यवस्था का भी जायजा लिया।

- Advertisement -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here