किशनगंज,संवाददाता
इंडोर गेम्स में शतरंज की बड़ी प्रतिष्ठा है। उच्च बौद्धिक खेल में इसका नाम शुमार है और इस खेल के प्रति समर्पण ही है कि किशनगंज जिले में यह खेल संस्कृति बन चुका है। शतरंज से जुडी किसी न किसी गतिविधि में किशनगंज में रोज कुछ न कुछ होता ही रहता है। इसी कड़ी में रविवार को एमजीएम यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉक्टर इच्छित भारत को सम्मानित किया गया।
जिला शतरंज संघ के पदेन अध्यक्ष जिला पदाधिकारी होते हैं। जिलाधिकारी विशाल राज ने डॉक्टर इच्छित भारत को उनसे निरंतर प्राप्त होने वाले वांछित सहयोग हेतु धन्यवाद सूचक एक मेमेंटो भेंट किया। संघ के मानद महासचिव शंकर नारायण दत्ता तथा वरीय संयुक्त सचिव कमल कर्मकार ने पदेन अध्यक्ष की तरफ से यह मोमेंटो डॉक्टर इच्छित भारत के कार्यालय जाकर दिया।
बता दें कि पिछले लगभग 30 वर्षों से शिशु से लेकर बाल,तरुण एवं पौढ़ महिला या पुरुष सभी वर्गों को जिला शतरंज संघ ने जोड़े रखा है। वर्ष 1996 में जिला शतरंज संघ स्थापित की गई थी। जिला शतरंज संघ समाज के सभी वर्गों के शतरंज प्रेमी को इस चरम बुद्धिमत्तापूर्ण अंतरराष्ट्रीय खेल को सिखाने एवं उन्हें आगे बढ़ाने में निरंतर कार्य कर रहा है ।जिससे यह खेल अब अपने जिले की संस्कृति बन चुकी है। समाज के 100 सक्षम शतरंज खेल प्रेमियों की तरफ से प्रतिवर्ष तन-मन-धन से मिलने वाला सहयोग ही संघ के पुनीत कार्य को आगे बढ़ा रहा है। इस मौके पर मिल्लिया कन्वेंट स्कूल के सन्नी मजूमदार एवं अन्य उपस्थित थे।
एमजीएम यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार जिला शतरंज संघ द्वारा सम्मानित
