पटनाः बिहार में साइबर अपराधियों का दहशत कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। आम लोगों के बाद अब खास लोगों को भी निशाना बनाया जा रहा है। साइबर अपराधी जनप्रतिनिधियों को टारगेट करना शुरु कर दिया है। ऐसा ही मामला राजधानी पटना से सामने आया है, जहां के पॉश इलाके में रहने वाले विधान पार्षद को साइबर अपराधियों ने 12 घंटे तक डिजिटल रुप से गिरफ्तार करके रखा हुए था।
दरअसल राष्ट्रीय जनता दल के विधान पार्षद कारी सोहैब साइबर अपराधियों के जाल में फंस गए। कारी सोहैब पटना के आर ब्लॉक स्थित एमएलसी फ्लैट में रहते हैं और साइबर अपराधियों ने इस फ्लैट में 12 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा था।
साइबर अपराधियों ने मुंबई साइबर क्राइम ब्रांच के अधिकारी के नाम पर विधान पार्षद को फोन किया। वीडियो कॉल के जरिए कारी सोहैब को निर्देश देते रहे। विधान पार्षद से कहा गया कि आपके आसपास जो लोग हैं वह आपकी हत्या कर सकते हैं, इसलिए किसी की मदद लिया, किसी को बताया तो नुकसान हो सकता है। घबराये एमएलसी ने किसी भी सहयोगी को यह बात नहीं बताई। रात 12:00 तक यह सब कुछ चलता रहा।

जब विधान पार्षद कारी सोहैब को संदेह हुआ तो उन्होंने साइबर सेल के एक अधिकारी को सूचना दी। तब जाकर उन्हें इस बात की जानकारी हुई कि उनके साथ साइबर ठगी की जा रही है। घटना 8 अप्रैल की बताई जा रही है। साइबर थाने में एमएलसी ने लिखित शिकायत दर्ज करायी है, जिसके बाद साइबर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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