राष्ट्रीय जनता दल (RJD) आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी को मजबूत करने में लगा है। इसी सिलसिले में राज्य परिषद की एक जरूरी बैठक हो रही है। इसमें आरजेडी प्रमुख लालू यादव, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी जैसे बड़े नेता शामिल हुए। बता दें कि तेजप्रताप यादव को पार्टी से निकालने के बाद पहली बार लालू-राबड़ी और तेजस्वी यादव एक साथ दिखेंगे।
दरअसल, बिहार में चुनाव से पहले बैठक में पार्टी को मजबूत करने, अनुशासन बनाए रखने और कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने जैसे मुद्दों पर बात होगी। इसके अलावा, चुनाव की रणनीति और प्रचार के तरीकों पर भी चर्चा होने की संभावना है। साथ ही पंचायत, प्रखंड और जिला स्तर पर पार्टी के चुनावों की भी समीक्षा की जाएगी। हाल ही में चुने गए राज्य परिषद के सदस्यों को भी परिचय कराया जाएगा और उन्हें जिम्मेदारियां दी जाएंगी।
इस बैठक का सबसे बड़ा आकर्षण RJD के नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा है। ऐसे तो मंगनी लाल मंडल अधिकारिक तौर पर प्रदेश अध्यक्ष बन चुके हैं। मंगनी लाल मंडल अति पिछड़ा वर्ग (EBC) से आते हैं। बिहार की आबादी में EBC का लगभग 36% हिस्सा है। उन्हें अध्यक्ष बनाने का मतलब है कि पार्टी सामाजिक समीकरण को साधने की कोशिश कर रही है।
इस मीटिंग को RJD के लिए एक शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है। इससे पता चलेगा कि पार्टी चुनाव के लिए क्या रणनीति बनाने वाली है। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में पार्टी अब लोगों तक पहुंचने और पिछड़े वर्गों को एकजुट करने की रणनीति पर काम कर रही है। लालू यादव के सक्रिय होने से कार्यकर्ताओं में जोश आएगा।
RJD की राजनीतिक गतिविधियां यहीं नहीं रुकेंगी। पार्टी 5 जुलाई 2025 को अपना 28वां स्थापना दिवस मनाएगी। उसी दिन राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की घोषणा भी होगी। लालू यादव 23 जून को नामांकन करेंगे। माना जा रहा है कि पार्टी उन्हें फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनेगी।
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