Battle of Galwan Controversy: सलमान खान की फिल्म को लेकर चीन में उबाल, सरकारी मीडिया ने जताई आपत्ति
भारतीय फिल्मों की लोकप्रियता अब केवल देश तक सीमित नहीं रही, बल्कि दुनिया भर में उनका असर देखा जा रहा है। हाल ही में रणवीर सिंह की फिल्म धुरंधर ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा बटोरी थी, जिस पर पाकिस्तान समेत कई देशों में विरोध भी देखने को मिला। अब इसी कड़ी में सलमान खान की आने वाली फिल्म ‘बैटल ऑफ गलवान’ को लेकर चीन में जबरदस्त नाराजगी देखने को मिल रही है।
- Battle of Galwan Controversy: सलमान खान की फिल्म को लेकर चीन में उबाल, सरकारी मीडिया ने जताई आपत्ति
- Battle of Galwaan: चीनी सोशल मीडिया पर सलमान खान की फिल्म की आलोचना
- Battle of Galwaan: चीनी सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स की कड़ी प्रतिक्रिया
- Battle of Galwaan: सलमान खान के लुक और हेयर स्टाइल पर भी उठे सवाल
- Battle of Galwaan: ग्लोबल टाइम्स,फिल्म फैक्ट्स नहीं बदल सकती
- Battle of Galwaan: एक भारतीय फिल्म, अंतरराष्ट्रीय बहस का कारण
- Battle of Galwaan: फिल्म रिलीज से पहले ही बढ़ा विवाद
सलमान खान की फिल्म का ट्रेलर रिलीज होते ही चीन के सोशल मीडिया और सरकारी मीडिया में इसे लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। चीनी दर्शकों और विश्लेषकों का कहना है कि फिल्म में दिखाए गए दृश्य वास्तविकता से कोसों दूर हैं और यह केवल एकतरफा भारतीय नजरिया पेश करती है।
Battle of Galwaan: चीनी सोशल मीडिया पर सलमान खान की फिल्म की आलोचना
‘बैटल ऑफ गलवान’ के ट्रेलर को देखने के बाद चीन के कई सोशल मीडिया यूजर्स ने फिल्म को लेकर सवाल उठाए हैं। कुछ लोगों ने फिल्म के दृश्यों को काल्पनिक बताया तो कुछ ने इसकी तुलना हॉलीवुड की मशहूर सीरीज गेम ऑफ थ्रोन्स से कर दी। चीनी दर्शकों का कहना है कि फिल्म में गलवान घाटी की घटना को जरूरत से ज्यादा नाटकीय रूप में दिखाया गया है।
चीन में यह भी कहा जा रहा है कि बॉलीवुड फिल्मों का उद्देश्य मनोरंजन होता है, लेकिन जब वे वास्तविक घटनाओं पर आधारित होती हैं, तो तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश नहीं किया जाना चाहिए।
Battle of Galwaan: चीनी सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स की कड़ी प्रतिक्रिया
सलमान खान की फिल्म ‘बैटल ऑफ गलवान’ पर सबसे तीखी प्रतिक्रिया चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स की ओर से आई है। अखबार ने इस फिल्म पर एक विस्तृत लेख प्रकाशित करते हुए कहा कि कोई भी फिल्म कितनी भी नाटकीय क्यों न हो, वह किसी देश की सीमा या वास्तविकता को नहीं बदल सकती।
ग्लोबल टाइम्स ने एक चीनी राजनीतिक विश्लेषक के हवाले से लिखा कि ऐसे समय में जब भारत और चीन के रिश्तों में धीरे-धीरे सुधार की कोशिशें हो रही हैं, तब इस तरह की फिल्म का रिलीज होना सही नहीं है। अखबार का दावा है कि यह फिल्म चीन के खिलाफ भावनाएं भड़का सकती है और द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान पहुंचा सकती है।
Battle of Galwaan: सलमान खान के लुक और हेयर स्टाइल पर भी उठे सवाल

बताया जा रहा है कि बैटल ऑफ गलवान का ट्रेलर सलमान खान के जन्मदिन के मौके पर रिलीज किया गया था। यह फिल्म 2020 में गलवान घाटी में भारत और चीन की सेनाओं के बीच हुई झड़प पर आधारित है। फिल्म में सलमान खान भारतीय सेना के शहीद अधिकारी कर्नल संतोष बाबू का किरदार निभा रहे हैं।
सलमान खान का लुक, उनका पहनावा, चलने-फिरने और बोलने का अंदाज पूरी तरह कर्नल संतोष बाबू से प्रेरित बताया जा रहा है। हालांकि, चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सलमान खान की ड्रेस और हेयर स्टाइल को लेकर भी आलोचना हो रही है। कुछ चीनी सिनेमा विशेषज्ञों का कहना है कि फिल्मी प्रस्तुति इतिहास को बदल नहीं सकती।
Battle of Galwaan: ग्लोबल टाइम्स,फिल्म फैक्ट्स नहीं बदल सकती
ग्लोबल टाइम्स ने अपने लेख में चीनी सैन्य विशेषज्ञ सॉन्ग झोंगपिंग के बयान को भी प्रमुखता से छापा है। सॉन्ग झोंगपिंग का कहना है कि भारत में फिल्मों का इस्तेमाल अक्सर देशभक्ति की भावना को बढ़ाने के लिए किया जाता है और बैटल ऑफ गलवान भी उसी श्रेणी में आती है।
उन्होंने दावा किया कि गलवान घाटी की घटना के तथ्यों को कोई भी फिल्म बदल नहीं सकती। सॉन्ग के अनुसार, चीनी पक्ष का मानना है कि सीमा पार करने की शुरुआत भारतीय सैनिकों की ओर से हुई थी और चीनी सेना ने केवल अपने क्षेत्र की रक्षा की।
Battle of Galwaan: चीनी सेना के शौर्य पर छिड़ी नई बहस
फिल्म के ट्रेलर के बाद चीन में एक बार फिर चीनी सेना के शौर्य और कर्तव्यनिष्ठा पर चर्चा तेज हो गई है। कई चीनी नागरिक और विशेषज्ञ अपनी सेना के बचाव में सामने आए हैं। सॉन्ग झोंगपिंग ने कहा कि ऊंचाई वाले इलाकों में चीनी सैनिक हमेशा अपने कर्तव्यों का मजबूती से पालन करते हैं और कभी पीछे नहीं हटते।
उनका यह भी कहना है कि गलवान की घटना चीनी समाज में गहराई से याद की जाती है और यह राष्ट्रीय भावना को और मजबूत करती है।
Battle of Galwaan: एक भारतीय फिल्म, अंतरराष्ट्रीय बहस का कारण
यह पहला मौका नहीं है जब किसी भारतीय फिल्म ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक और सैन्य बहस को जन्म दिया हो। बैटल ऑफ गलवान के जरिए एक बार फिर भारत-चीन संबंध, सीमा विवाद और 2020 की गलवान घटना पर चर्चा तेज हो गई है।
चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने यह भी लिखा है कि गलवान घाटी LAC के उस हिस्से में आती है जिसे चीन अपना क्षेत्र मानता है। अखबार के अनुसार, चीनी सैनिक यहां कई वर्षों से पेट्रोलिंग और ड्यूटी करते रहे हैं और हिंसक झड़प से पहले भी स्थिति को लेकर चीन का पक्ष स्पष्ट था।
Battle of Galwaan: फिल्म रिलीज से पहले ही बढ़ा विवाद
सलमान खान की फिल्म बैटल ऑफ गलवान अभी रिलीज भी नहीं हुई है और उससे पहले ही यह अंतरराष्ट्रीय विवाद का केंद्र बन गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि फिल्म के रिलीज होते ही यह बहस और तेज हो सकती है।
अब देखना दिलचस्प होगा कि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर क्या असर डालती है और भारत के बाहर इसे किस नजरिए से देखा जाता है।
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