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पटना डेस्कः भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने आखिरकार अपने मुरेठा को उतार दिया है। अयोध्या में अपनी पगड़ी उतार दी है। उन्होंने सरयू नदी में डुबकी लगाकर इस काम को पूरा किया। सम्राट चौधरी की पगड़ी की चर्चा इसलिए हो रही है कि सम्राट ने कहा था कि जब तक वो नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से नही हटा देंगे वो पगड़ी नहीं उतारेंगे। इसको लेकर बिहार की राजनीति पिछले कई महीनों से खूब चर्चा हो रही थी। खास करके विपक्ष के लोग लगातार पूछ रहे थे कि सम्राट चौधरी पगड़ी कब खोलेंगे।

भगवान राम को समर्पित किया पगड़ी

सम्राट चौधरी ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि बंदउँ अवध पुरी अति पावनि। सरजू सरि कलि कलुष नसावनि॥ प्रनवउँ पुर नर नारि बहोरी। ममता जिन्ह पर प्रभुहि न थोरी॥ प्रातः अयोध्याधाम में पवित्र सरयू नदी में डुबकी लगाई और हमारे इष्ट, प्रभु श्रीराम को स्तुति कर मुरेठा खोला.जय अयोध्या धाम की. सम्राट ने बताया कि बीते 22 महीने से उनके पास मौजूद इस पगड़ी को वह भगवान राम को समर्पित कर दिया है।

नीतीश कुमार को हटाने की खाई थी कसम

बीजेपी नेता सम्राट चौधरी ने साल 2022 में कसम खाई थी कि नीतीश कुमार को सत्ता से हटाऊंगा, तभी मुरेठा खोलूंगा। उन्होंने नीतीश कुमार को ये चैंलेंज किया था, लेकिन सीएम नीतीश कुमार के एनडीए के साथ आने से उन्हें सत्ता से हटाने का सपना टूट गया तो दूसरी तरफ कसम भी टूट गई। अब सम्राट चौधरी अयोध्या में सरयू में डूबकी लगा कर प्रभु श्री राम के चरणों में मुरेठा खोल चुके हैं। इसके साथ ही 22 महीनों का कसम भी टूट गया है। इसके अलावा विपक्ष के सवालों का भी जवाब मिल गया है।

एनडीए गठबंधन के साथ आई जदयू

लोकसभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार किंगमेकर की भूमिका में आ गये. मतलब नीतीश बीजेपी के लिए बड़ी जरूरत बन गये. केंद्र की मोदी सरकार में जहां जेडीयू के दो नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह मिली वही बीजेपी के प्रदेश नेतृत्व के साथ-साथ केंद्रीय नेतृत्व को भी ये एलान करना पड़ा कि 2025 का बिहार विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा. ऐसे में सम्राट चौधरी समेत किसी भाजपा नेता के सीएम बनने की दावेदारी भी तत्काल खारिज की जा चुकी है।

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