पटनाः सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण होने वाले बिहार के नियोजित शिक्षकों की तैनाती के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई ह। शिक्षकों का पदस्थापना रेंडमाइजेशन करते हुए होनी है। इस रेंडमाइजेशन और आवंटन की सारी प्रक्रिया को सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में किया जाना है। इसके अलावा पूरी रिकॉर्डिंग को प्रमाण के तौर पर सुरक्षित रखा जाएगा। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक द्वारा जारी आदेश में यह कहा गया है कि सभी जिलों में रेड माइजेशन की प्रक्रिया तीन बार की जाए। नियोजित शिक्षकों की पोस्टिंग के लिए चयनित जिले में स्कूल आवंटन सॉफ्टवेयर के माध्यम से रैंडमाइजेशन से होगा। वहीं तैनाती के लिए स्कूल आवंटन से पहले सभी संबंधित शिक्षकों की काउंसलिंग भी होगी।
केके पाठक के अनुसार तीसरी बार रेंडमाइजेशन को फाइनल और आखिरी माना जाएगा. इसी के आधार पर विद्यालय शिक्षकों को आवंटित किया जाएगा. रेंडमाइजेशन प्रक्रिया की देखरेख करने वाले इस कमिटी के सदस्य प्राथमिक शिक्षक निदेशक, अपर राज्य परियोजना निदेशक, प्राथमिक शिक्षा के उपनिदेशक, प्राथमिक माध्यमिक शिक्षा के उपनिदेशक बनाए गए हैं. आधिकारिक तौर पर मिली जानकारी के अनुसार बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित सभी विद्यालय शिक्षकों को स्कूल आवंटन की प्रक्रिया सॉफ्टवेयर के माध्यम से की जाएगी।
केके पाठक ने नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग राज्य मुख्यालय में आयोजित करने का फैसला लिया है. काउंसंलिंग में शिक्षकों के उन प्रमाण पत्रों और कागजातों का सत्यापन होगा, जो उनकी ओर से सक्षमता परीक्षा के ऑनलाइन परीक्षा में ऑनलाइन फॉर्म भरते वक्त दिए गए थे. हालांकि काउंसंलिंग के शेड्यूल पर अभी अंतिम मुहर नहीं लगी है।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए सक्षमता परीक्षा आयोजित की गयी थी. जिसका परिणाम घोषित कर दिया गया है. 187615 (1.87 लाख) नियोजित शिक्षकों ने यह परीक्षा पास की है. जिन्हें अब राज्यकर्मी का दर्जा मिलेगा और वे विशिष्ट विद्यालय अध्यापक कहलाएंगे शिक्षा विभाग ने इन शिक्षकों की काउंसिलिंग अप्रैल के अंतिम हफ्ते में कराने की तैयारी तेज कर दी है. इसके लिए निर्वाचन आयोग से अनुमति भी मांगी गई है।
सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षकों की काउंसिलिंग कराने की तैयारियों से जुड़ी प्रारंभिक प्रक्रिया पहले से जारी है. आधिकारिक जानकारी के मुताबिक कक्षा एक से पांचवीं तक के करीब 1.39 लाख, छह से आठ वीं तक के 22,941 , नौवीं से 10वीं तक के 20,000 से अधिक और 11 से 12 वीं तक के 5,313 शिक्षकों ने अब तक सक्षमता परीक्षा पास की है।
बता दें कि नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग के लिए शिक्षा विभाग ने पिछले दिनों चुनाव आयोग से मंजूरी मांगी थी. यदि आयोग काउंसलिंग की अनुमति देता है तो विभाग काउंसलिंग कराएगा. आयोग से मंजूरी मिलने के बाद विभाग की ओर से इस संबंध में विस्तृत आदेश जारी किया जायेगा. ताकि, जल्द से जल्द सभी शिक्षकों को नए स्थान पर पदस्थापित किया जा सके. प्रदेश में लागू आचार संहिता के चलते आयोग से अनुमति मांगी गई है।