पूर्णिया में हुए आरजेडी नेता की हत्या पर अब सियासत शुरू हो गई है. आरजेडी नेता शक्ति मलिक की हत्या के बाद उनकी पत्नी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनके भाई तेज प्रताप यादव के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. जिसका आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने पलटवार किया है.
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव सर पर है. ऐसे समय में नेता प्रतिपक्ष और उनके बड़े भाई को हत्या के मामले में नामजद अभियुक्त बनाने को हम एक गंभीर राजनीतिक षड्यंत्र के रूप में देख रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. संजय सिंह के इस बयान को हम मुख्यमंत्री की पार्टी का आधिकारिक बयान मान रहे हैं. हम जदयू की इस मांग का समर्थन करते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि हम भी मुख्यमंत्री से मांग करते हैं कि सरकार तत्काल इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दे. साथ ही हम यह भी मांग करते हैं कि जब तक सीबीआई की जांच पूरी ना हो जाए तब तक मुख्यमंत्री अपने तथा अपने सहयोगी दलों के नेताओं को अनर्गल बयान देने पर रोक लगाएं. हम आशा करते हैं कि नीति और नैतिकता की बराबर दुहाई देने वाले मुख्यमंत्री हमारी बातों को गंभीरता से लेंगे.