मधेपुरा की बिहारीगंज विधानसभा सीट का चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है. यह सीट एनडीए की ओर से जदयू के खाते में है और उसके प्रत्यशी निरंजन मेहता निवर्तमान विधायक हैं. उनके खिलाफ महागठबंधन ने नया चेहरा शरद यादव की बेटी सुभाषणी यादव को कांग्रेस की टिकट पर मैदान में उतारा है जबकि जाप की तरफ से राजद के पूर्व प्रत्यशी ई. प्रभाष भी मैदान में है वहीं लोजपा से पूर्व भाजपा के लोकसभा प्रत्यशी और पूर्व मंत्री रेणु कुशवाहा के पति विजय सिंह कुशवाहा भी मैदान में है.
सुभाषणी अपने पिता के चुनाव प्रचार में मधेपुरा आती रही हैं लेकिन इस बार खुद के लिए बिहारीगंज विधानसभा के गलियों में मतदाताओं से अपने लिए वोट मांगते देखी जा रही है. विरोधी सुभाषणी पर बाहरी होने का आरोप लगा रहे हैं लेकिन सुभाषणी कहती है उनके पिता की कर्मभूमि मधेपुरा है. 30 साल से अधिक का समय उन्होंने यहां बिताया है. वो खुद मधेपुरा की वोटर हैं, वो बाहरी नहीं बिहारीगंज की बेटी है और बेटी बन कर सेवा करेंगी.
सुभाषणी अपने जनसभाओं में युवाओं को केंद्र में रख कर भाषण कर रही है उनका कहना है कि युवाओं के पास जहां वेहतर भविष्य के सपने हैं वहीं वही बुजुर्ग नेतृत्व का आशीर्वाद भी. वो बेरोजगारी को बड़ा मुद्दा बताते हुए तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनने के लिए खुद के लिए वोट मांग रही हैं. सुभाषणी के इस चुनाव प्रचार में उनके पिता शरद यादव शामिल नहीं हो पा रहे हैं. बताया जाता है कि वे बीमार हैं लेकिन उनके ससुर कंलवीर सिंह, भाई शांतनु और पति राज कमल राव लगातार लोगों के बीच जाकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं.
सुभाषणी ने 19 अक्टूबर को नामांकन दाखिल किया और उदाकिशुनगंज के एस बी जे एस हाई स्कूल मैदान में चुनावी जन सभा को भी संबोधित किया. इस सभा में राजद नेता आलोक मेहता, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी शक्ति सिंह गोहील, अखिलेश कुमार सिंह भी शामिल हुए.