![1](https://livebihar.com/wp-content/uploads/2020/10/1-62.jpg)
![](https://livebihar.com/wp-content/uploads/2024/04/default728x90.gif)
बिहार चुनाव ना जाने कितना रंग दिखाने वाला है. चुनाव से पहले नेता दल बदल रहे हैं. ऐसे में किसी को बड़ा कार्यभार दिया जा रहा है तो किसी की कुर्बानी भी दी जा रही है. आरजेडी नेता और पूर्व जेडीयू नेता श्याम रजक के साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ है.
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जेडीयू से पाला बदल कर आरजेडी में एंट्री मारने वाले श्याम रजक कहीं के नहीं रहे. आरजेडी ने उनका नोटिस भी लिये बगैर श्याम रजक की फुलवारीशरीफ सीट को माले के खाते में दे दिया. हालांकि लॉलीपॉप पकड़ाया जा रहा है. आरजेडी सत्ता में आयी तो उन्हें MLC बनाकर मंत्री पद दिया जायेगा. वैसे श्याम रजक ही नहीं आरजेडी ने अपने आधा दर्जन विधायकों को गठबंधन के लिए कुर्बान कर दिया है.
सूत्रों की मानें तो तेजस्वी यादव ने फुलवारीशरीफ से 25 सालों से विधायक श्याम रजक से एक बार बात तक नहीं की. उन्हें ये भी जानकारी देने की जरूरत नहीं समझी गयी कि उनकी सीट जा रही है.
हालांकि आरजेडी सूत्रों के हवाले से ये खबर फैलायी जा रही है कि अगर सरकार बनी तो श्याम रजक को विधान पार्षद बनाया जायेगा और उन्हें मंत्रीपद भी दिया जायेगा. लेकिन लालू यादव या तेजस्वी यादव ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है. ना ही श्याम रजक तक को ऐसी कोई जानकारी दी गयी है. श्याम रजक ने खुद कहा कि पार्टी ने उनसे कोई बात नहीं की है. लेकिन वे पार्टी में बने रहेंगे.
![](https://livebihar.com/wp-content/uploads/2024/04/default728x90.gif)