मुजफ्फरपुर, संवाददाता
मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) यानी चमकी बुखार से बचाव के लिए एक नई पहल शुरू की गई है। मुशहरी प्रखंड के बेदौलिया गांव में डीएम सुब्रत कुमार सेन ने संध्या चौपाल की शुरुआत की। बेदौलिया प्राथमिक विद्यालय में दीप प्रज्वलित कर शुरू हुई इस पहल के तहत हर शनिवार शाम को ग्रामीण क्षेत्रों में चौपाल का आयोजन किया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को चमकी बुखार के लक्षण, बचाव और इलाज की जानकारी देना है।
डीएम ने बताया कि बच्चों में एईएस के लक्षण दिखते ही उन्हें तुरंत निकटतम सरकारी अस्पताल ले जाएं। सरकारी अस्पतालों में प्रशिक्षित डॉक्टर इलाज करेंगे। डॉक्टरों की उपस्थिति दर्पण प्लस एप से मॉनिटर की जा रही है।
एसकेएमसीएच में 100 बेड का आधुनिक पीकू वार्ड स्थापित किया गया है। मरीजों को अस्पताल पहुंचाने वाले वाहन मालिकों को 400 से 1000 रुपए तक का भुगतान किया जाएगा। जिले में 0-15 वर्ष के 11 लाख बच्चों की नियमित निगरानी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा कार्यकर्ता कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग जीरो डेथ पॉलिसी पर काम कर रहा है। 2023 और 2024 में 41-41 केस मिले, लेकिन सतर्कता और कुशल प्रबंधन से कोई मृत्यु नहीं हुई। इस वर्ष भी लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है।
चमकी से बचाव के सामाजिक प्रयास, हर शनिवार लगेगी संध्या चौपाल मुजफ्फरपुर डीएम ने किया शुभारंभ,लक्षण, बचाव और जानकारी देना है उद्देश्य
