भागलपुर, संवाददाता
भागलपुर शहर में अतिक्रमण के खिलाफ जिला प्रशासन और रेल प्रशासन की संयुक्त मुहिम जोर-शोर से चल रही है। इसी क्रम में शुक्रवार की दोपहर भीखनपुर स्थित गुमती नंबर 1 से 3 तक अतिक्रमण हटाने के लिए रेल प्रशासन का बुलडोजर चलाया गया।
पहले से अलर्ट प्रशासनिक टीम को उस समय विरोध का सामना करना पड़ा, जब झोपड़पट्टी में रहने वाली महिलाओं ने कार्रवाई का पुरजोर विरोध शुरू कर दिया। हल्की पत्थरबाजी भी की गई। जैसे ही रेल प्रशासन की टीम अतिक्रमित क्षेत्र में पहुंची और बुलडोजर से झोपडिय़ां हटाने का प्रयास शुरू किया, मौजूद महिलाओं ने आक्रोश में आकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
विरोध धीरे-धीरे उग्र रूप लेने लगा और कुछ महिलाओं ने पथराव तक कर दिया। हालात तनावपूर्ण होते देख मौके पर पहले से मौजूद भारी संख्या में पुलिस बल ने मोर्चा संभाल लिया और स्थिति को नियंत्रण में लेते हुए अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया को जारी रखा।
महिला नीतू देवी ने कहा कि हम लोगों को जमीन दे दे, तो हम यहां से चले जाएंगे। हम लोग कहां जाए, हमारे पास रहने की कोई जगह नहीं है। सरकार रहने की जगह नहीं देगी तो हम खुद को आग लगाकर जला लेंगे।
रेल प्रशासन के सीनियर सेक्शन इंजीनियर ओम प्रकाश ने बताया कि झोपड़पट्टी वासियों को दो दिन पहले नोटिस देकर चेताया गया था कि वे रेल की जमीन से अतिक्रमण हटा लें, अन्यथा प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा। बावजूद इसके लोगों ने चेतावनी को नजरअंदाज किया, जिसके बाद मजबूरन प्रशासन को सख्त कदम उठाने पड़े।
झोपड़ियों में रहने वाली महिला संगीता देवी ने बताया कि वे पिछले कई वर्षों से इसी जमीन पर अपने बच्चों और परिवार के साथ रह रही हैं। उनका कहना है कि सरकार या प्रशासन को पहले उनके पुनर्वास की व्यवस्था करनी चाहिए, उसके बाद ही झोपडिय़ां हटाई जाएं।
एक महिला सोनम ने कहा कि अगर हमें रहने के लिए कोई ऑप्शनल व्यवस्था नहीं दी गई, तो हम आत्मदाह करने को मजबूर हो जाएंगे। हमारे बच्चे खुले आसमान के नीचे कैसे रहेंगे ?
अतिक्रमण हटाने गई टीम पर पत्थरबाजी, पुलिस ने मोर्चा संभाला 500 लोगों का परिवार जबरन रह रहा था रेलवे की जमीन पर, प्रशासन ने चलाया बुलडोजर
