अस्पताल के इमरजेंसी में तांत्रिक ने किया झाड़ फूंक

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सुपौल, संवाददाता
सुपौल के अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज में स्वास्थ्य सेवा की बदहाली का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। 14 करोड़ 36 लाख रुपए की लागत से बने नए भवन में आधुनिक सुविधाओं के दावे तो बड़े-बड़े हैं, लेकिन हकीकत में मरीज भगवान भरोसे हैं। इमरजेंसी में डॉक्टर की अनुपस्थिति के कारण एक सांप काटने से पीड़िता का इलाज अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में झाड़ फूंक से किया गया।
मामला सोमवार रात करीब 8:30 बजे का है। छातापुर थाना क्षेत्र के नरहिया वार्ड-1 निवासी रविन्द्र सरदार की बेटी आरती कुमारी (18) को घर के दरवाजे के पास सांप ने बाएं पैर में काट लिया। परिजन उसे आनन-फानन में 8:13 बजे अनुमंडलीय अस्पताल लेकर पहुंचे। लेकिन अस्पताल में इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर नदारद मिले।
डॉक्टर के गैरमौजूद रहने पर परिजनों ने अपने रिश्ते की एक महिला तांत्रिक को अस्पताल बुलाया। हैरानी की बात यह रही कि अस्पताल के इमरजेंसी ओटी में ही तांत्रिक ने करीब 15-20 मिनट तक झाड़ फूंक की।
इमरजेंसी ड्यूटी में तैनात जीएनएम नर्स नीलम कुमारी ने बताया कि वे अभी थोड़ी देर पहले ड्यूटी पर आई हैं, डॉक्टर मौजूद नहीं हैं और उन्हें यह भी पता नहीं कि किस डॉक्टर की ड्यूटी है। अस्पताल के ड्यूटी चार्ट के मुताबिक रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक डॉक्टर संजीव कुमार सुमन की ड्यूटी थी, जो मौके पर नहीं थे और न ही किसी अन्य चिकित्सक की व्यवस्था की गई थी।

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