बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों के अंदर विशेष मतदाता पुनरीक्षण अभियान को लेकर खूब हंगामा हुआ। इसके बाद महागठबंधन के सभी नेताओं के साथ तेजस्वी यादव ने प्रेसवार्ता की है। उन्होंने इस दौरान कहा कि चुनाव आयोग केंद्र सरकार के ईशारे पर गरीबों के साथ नाइंसाफी कर रही है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि वे एसआईआर (विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण) की टाइमिंग को लेकर अपनी बात रख रहे थे जब सत्ता पक्ष के वरिष्ठ नेता यहां तक कि डिप्टी सीएम ने भी आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं। उन्होंने आरोप लगाया कि डिप्टी सीएम ने उनके संबोधन के दौरान कहा कि यही बोलेगा खाली, कितना बोलेगा?” तेजस्वी ने इसे बेहद अमर्यादित और सदन की गरिमा के खिलाफ बताया।
तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर विपक्ष का नेता सदन में नहीं बोलेगा तो कौन बोलेगा? सत्ता पक्ष के कुछ नेता जानबूझकर हंगामा खड़ा कर सदन की गरिमा गिरा रहे हैं। अध्यक्ष महोदय ने डिप्टी सीएम और एक मंत्री को फटकार भी लगाई है जो दर्शाता है कि स्थिति कितनी गंभीर थी।
तेजस्वी यादव ने मतदाता पुनरीक्षण अभियान को लेकर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि, चुनाव आयोग ने जो हलफनामा सुप्रीम कोर्ट में दिया है उसमें कहीं भी विदेशी नागरिकों का उल्लेख नहीं है। बावजूद इसके सत्तापक्ष के नेता यह दावा कर रहे हैं कि फर्जी वोटर नेपाल और बांग्लादेश के हैं। यह गलत जानकारी फैलाकर जनता को गुमराह करने की कोशिश है।
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