रक्सौल का गौरव बना प्राचीन शिव मंदिर, प्राण प्रतिष्ठा के साथ दिखने लगा धरोहर रूप उज्जैन के कारीगरों ने वास्तुकला की प्राचीन उत्कृष्ट परम्परा को आगे बढ़या

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रक्सौल, संवाददाता
रक्सौल के थाना परिसर स्थित सूर्य मंदिर से सटे प्राचीन शिव मंदिर अब एक नए स्वरूप में लोगों के सामने आया है। कभी खंडहर बन चुका यह मंदिर अब एक जीवंत धरोहर की तरह नजर आ रहा है। मंगलवार को विधिवत प्राण प्रतिष्ठा के साथ इसका लोकार्पण हुआ, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही। भंडारे और प्रसाद वितरण की व्यवस्था ने माहौल को और पावन बना दिया।
करीब 150 वर्ष पुराने इस शिव मंदिर को लेकर लोगों की आस्था वर्षों से जुड़ी रही है। माना जाता है कि इस मंदिर के शिवलिंग में प्राकृतिक रूप से जनेऊ अंकित था, जो इसकी पौराणिकता को और विशेष बनाता था। परंतु वर्ष 2015 में आए विनाशकारी भूकंप में यह मंदिर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और वर्षों तक उपेक्षित रहा।
इस मंदिर के पुनर्निर्माण की प्रेरणा बनीं 70 वर्षीय इंद्रा देवी रूंगटा, जो रक्सौल के अमरदीप वस्त्रालय के संचालक बिमल रूंगटा एवं प्रदीप रूंगटा की माता हैं। एक दिन जब वे पूजन हेतु मंदिर पहुंचीं तो उसकी जर्जर स्थिति देखकर भावुक हो उठीं और संकल्प लिया कि इस मंदिर का कायाकल्प किया जाएगा। उनके इस संकल्प में परिवार के अन्य सदस्यों—पुत्रवधु रचना रूंगटा, पौत्र गौरांग रूंगटा एवं सहयोगी आनंद रूंगटा ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की।
मंदिर के गुंबद और शिखर की भव्यता दूर से ही श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रही है। यह सुंदर वास्तुकला उज्जैन के कुशल कारीगरों की देन है, उन्होंने इसे कलात्मक रूप दिया है। वहीं मथुरा से आए विद्वान आचार्यों ने विधिवत वैदिक मंत्रोच्चार के साथ प्राण प्रतिष्ठा संपन्न कराई।
मंदिर के गर्भगृह में भगवान शिव के साथ माता पार्वती, श्री गणेश और नंदी को प्रतिष्ठित किया गया है। परिसर में अन्य प्रमुख देवी-देवताओं की मूर्तियां भी स्थापित हैं। मंदिर को पूर्णतः वातानुकूलित बनाकर आधुनिक सुविधाओं से युक्त किया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को शांति एवं आध्यात्मिक सुकून का अनुभव हो रहा है।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान रक्सौल नगर के कोने-कोने से श्रद्धालु मंदिर पहुंचे और भक्ति भाव से पूजा-अर्चना किया। इस भव्य मंदिर के पुनर्निर्माण से न केवल धार्मिक आस्था को संबल मिला है, बल्कि यह रक्सौल की सांस्कृतिक धरोहर के रूप में एक नया अध्याय भी जोड़ता है।

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