पटना डेस्कः बिहार के कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के सीनेट में भाग लेकर इतिहास रच दिया है। उनके आगमन को लेकर संस्कृत विवि में हर स्तर पर तैयारी की गई थी। राज्यपाल के प्रवेश के साथ उन्हें जिला पुलिस के द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
कुलाधिपति ने महाराजाधिराज डॉ. सर कामेश्वर सिंह की परिसर स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद वह कुलपति सचिवालय पहुंचें। उन्होंने सीनेट की अध्यक्षता की। बता दें कि, संस्कृत विवि के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई कुलाधिपति स्वयं सीनेट की अध्यक्षता करने पहुंचें हैं। राज्यपाल के आगमन से विवि प्रशासन के साथ-साथ सीनेट के सदस्यों में भी काफी उत्साह देखने को मिला।
वहीं विवि प्रशासन ने कुलाधिपति का स्वागत मिथिला की परंपरा के अनुसार किया। उनके भोजन में भी मिथिला के प्रसिद्ध तिलकोर और खम्हाउर का तरुआ, मखाना की खीर आदि की व्यवस्था की गई है। कुलाधिपति के आगमन से लेकर प्रस्थान तक कई कार्यक्रम तय किया गया है।