किशनगंज, संवाददाता
किशनगंज में सिर्फ 6 दिनों में 1.27 लाख लोगों ने आवासीय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन दिया है। इस आंकड़े को लेकर राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने दावा किया कि इतनी बड़ी संख्या में आवेदन घुसपैठियों की मौजूदगी का प्रमाण है। यह मामला राज्य की सुरक्षा और वोटर लिस्ट की शुद्धता से जुड़ा हुआ है।
सम्राट चौधरी ने कहा कि ‘आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट या जमीन के दस्तावेज बनाने में समय लगता है, लेकिन आवासीय प्रमाणपत्र तुरंत बन जाता है। इसलिए लोग इसी की ओर भाग रहे हैं।’ उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह स्थिति साफ दिखा रही है कि बिहार, खासकर किशनगंज जैसे सीमावर्ती जिले में घुसपैठियों की संख्या बहुत ज्यादा है।
सोशल मीडिया पर यह बयान वायरल हो गया है। जहां भाजपा इसे मतदाता सूची की शुद्धता के लिए जरूरी कदम बता रही है, वहीं विपक्ष इसे गरीब और सीमावर्ती जनता को वोट से वंचित करने की साजिश बता रहा है।
किशनगंज के जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा कि लोग घबराहट में आवासीय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग के नए नियमों के तहत मतदाता पहचान के लिए जन्म स्थान और तारीख के दस्तावेज अनिवार्य कर दिए गए हैं। ऐसे में लोग जल्दबाजी में आवश्यक प्रमाण पत्रों की तलाश में जुटे हैं।
किशनगंज में घुसपैठियों की संख्या ज्यादा : सम्राट चौधरी वैध दस्तावेज लेने के लिए बड़ी संख्या में लोग दे रहे आवेदन
