बिहार की राजधानी पटना एक नए दौर में कदम रखने जा रही है। शहरवासियों को लंबे समय से जिस पल का इंतजार था, वह अब बस कुछ ही दिनों की दूरी पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 सितंबर को अपने बिहार दौरे के दौरान पटना मेट्रो का शुभारंभ करेंगे। यह न केवल पटना की परिवहन व्यवस्था के लिए एक ऐतिहासिक कदम होगा, बल्कि आर्थिक विकास और पर्यावरणीय संतुलन की दिशा में भी मील का पत्थर साबित होगा।
पटना मेट्रो की शुरुआत – नई उम्मीदों की उड़ान
पटना मेट्रो का संचालन पहले चरण में न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल, जीरो माइल और भूतनाथ स्टेशन के बीच शुरू किया जाएगा। धीरे-धीरे इसे अन्य स्टेशनों तक विस्तार दिया जाएगा। कुल मिलाकर पहले चरण में 3 स्टेशन और एक डिपो पूरी तरह तैयार हैं।
हर रोज़ 14 घंटे मेट्रो सेवा उपलब्ध रहेगी, जिससे पटना के लोगों को एक तेज, सुरक्षित और आधुनिक परिवहन का विकल्प मिलेगा।
मेट्रो की खासियतें
• 3 कोच वाली मेट्रो – पूरी तरह तैयार और आधुनिक सुविधाओं से लैस।
• क्षमता – एक कोच में लगभग 300 यात्री और तीन कोच वाली मेट्रो में करीब 900 यात्रियों के बैठने और खड़े होकर सफर करने की व्यवस्था।
• सुरक्षा तकनीक – हर बोगी में 360-डिग्री कैमरे लगाए गए हैं।
• आपात सुविधा – यात्री जरूरत पड़ने पर रेड बटन दबाकर सीधे ड्राइवर से संपर्क कर सकते हैं।
• स्टेशन की सुरक्षा – एंट्री पॉइंट पर ही मेटल डिटेक्टर और बैगेज स्कैनर से जांच।
• सुरक्षा की जिम्मेदारी बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस (बीसैप) को दी गई है।
पटना मेट्रो के लाभ
1. यातायात दबाव कम होगा – सड़कों पर निजी वाहनों और ऑटो की भीड़ घटेगी।
2. प्रदूषण नियंत्रण – मेट्रो पर्यावरण के अनुकूल विकल्प है, जिससे वायु प्रदूषण कम होगा।
3. समय की बचत – तेज और समयबद्ध यात्रा से लोगों की दिनचर्या आसान होगी।
4. आर्थिक विकास – मेट्रो के संचालन से नए रोजगार और व्यापारिक संभावनाएं बढ़ेंगी।
चुनावी साल में बड़ा तोहफा
चुनावी साल में यह प्रधानमंत्री मोदी का बिहार का आठवां दौरा होगा। हाल ही में उन्होंने 15 सितंबर को पूर्णिया जिले से बिहार को बड़ी सौगात दी थी और अब पटना मेट्रो का उद्घाटन कर राजधानी के लिए एक नया अध्याय लिखने जा रहे हैं।