पटना डेस्कः भोजपुरी गायिका ने मुख्यमंत्री के शासन पर सवाल उठाया और डीएम को रंगबाज बताकर संबोधित किया तो पुलिस ने नोटिस भेज दिया. गायिका के नापसंद बोल का यह मामला योगी सरकार में देखने को मिला है. प्रसिद्ध भोजपुरी गायिका ने अपने गाने में अधिकारियों और लोकतंत्र पर सवाल उठाते हुए बुलडोजर कार्रवाई को भी सवालों के घेरे में खड़ा किया था. यह सब हुआ है भोजपुरी गायिका नेहा सिंह राठौर के साथ, जिसने ‘यूपी में का बा’ सीजन 2 में बाबा यानी योगी आदित्यनाथ के डीएम को रंगबाज करार दिया.
कानपुर पुलिस ने नोटिस जारी कहा है कि नेहा सिंह राठौर के गीत ने समाज में वैमनस्य और तनाव फैलाने का काम किया है.नेहा को भेजी गई नोटिस में उनसे सात सवाल किए गए हैं. इन सवालों का जवाब देने के लिए उन्हें तीन दिन का समय दिया गया है. नेहा ने कानपुर में मां-बेटी की जलने से हुई मौत पर एक बार फिर नेहा ने अपने गीत के जरिए भाजपा सरकार पर निशाना साधा था. सत्ता से सवाल करने वाली गायिका नेहा सिंह राठौर का यह गीत उत्तर प्रदेश सरकार को पसंद नहीं आया और अब उन्हें नोटिस भेज दिया गया है.
मंगलवार रात को अकबरपुर कोतवाली पुलिस ने नेहा के दिल्ली स्थित घर पर 160 सीआरपीसी की नोटिस दी गई है. वहीं नेहा द्वारा संतोषजनक जवाब न मिलने की स्थिति में उन पर आईपीसी और सीआरपीसी की धाराओं में केस दर्ज किया जाएगा. नोटिस मिलने के बाद नेहा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इसकी जानकारी दी है. इसके साथ ही पुलिस ने उनके गाने के वीडियो के कुछ अंश को लेकर भी जानकारी मांगी है. इस मामले में नोटिस जारी होने पर नेहा के फैन को बड़ा झटका लगा है. उन्होंने सोशल मीडिया पर जमकर भड़ास निकाली.
नोटिस पर अकबरपुर देहात के प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार शुक्ला की मुहर लगी है. नोटिस में उनसे पूछा गया है कि यह गीत नेहा ने खुद लिखा है. यदि वह इसका जवाब देती हैं तो उन्हें यह भी बताना होगा कि इसके अर्थ से समाज में पड़ने वाले प्रभाव के बारे में वह जानती हैं या नहीं. यह कोई पहला मामला नहीं है जब नेहा सिंह के बोल भाजपा सरकार को नागवार गुजरा हो. इसके पहले भी नेहा ने पिछले साथ यूपी में का बा के नाम से गाना गया था. इस पर भी भाजपा के नेताओं ने जमकर आपति जताई थी. अब एक बार फिर से वही देखने को मिला है.