लखनऊ, यूपी।
यूपी से राज्यसभा सांसद अमर सिंह के निधन से खाली हुई सीट पर अब बीजेपी का कब्जा हो गया है. इस सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी नेता सैयद जफर इस्लाम निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं. सैयद जफर इस्लाम के खिलाफ सिर्फ दो लोगों ने ही नामांकन पत्र दाखिल किया था.
एक प्रत्याशी निर्दलीय था, और दूसरा प्रत्याशी भी बीजेपी से ही था. निर्दलीय उम्मीदवार महेश शर्मा जरूरी औपचारिकताएं ही नहीं पूरी कर पाए थे. वे प्रस्तावक तक नहीं जुटा सके थे. जिसके कारण उनका पर्चा खारिज हो गया था. वहीं बीजेपी के दूसरे उम्मीदवार प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला ने अपना नामांकन वापस ले लिया.
उपचुनाव के लिए नामांकन के अन्तिम दिन मंगलवार को दो उम्मीदवारों ने विशेष सचिव विधान सभा एवं चुनाव अधिकारी बृजभूषण दुबे के समक्ष अपना नामांकन पत्र प्रस्तुत किया था. इनमें एक बीजेपी से गोविंद नारायण व दूसरे निर्दलीय प्रत्याशी महेश शर्मा थे.
जांच में निर्दलीय उम्मीदवार महेश शर्मा के नामांकन पत्र में प्रस्तावक व अन्य औपचारिकताएं पूरी नहीं थीं. इसके चलते उनका नामांकन निरस्त कर दिया गया था. आज नाम वापसी के अंतिम दिन गोविंद नारायण शुक्ल ने अपना नामांकन वापस ले लिया. हालांकि ये पहले से ही तय माना जा रहा है कि वह अपना नामांकन वापस लेंगे.
दरअसल जफर इस्लाम ही बीजेपी के अधिकृत उम्मीदवार बनाए गए थे. कोरोना संक्रमित होने के कारण वह खुद नामांकन दाखिल करने नहीं आ सके थे. प्रदेश के वित्त, चिकित्सा शिक्षा एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने अधिकृत प्रस्थापक के रूप में जफर इस्लाम की ओर से 2 प्रतियों में नामांकन पत्र प्रस्तुत किया था.
ऐसे में उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए गोविंद नारायण शुक्ला का नामांकन पार्टी ने औपचारिकता के लिए कराया गया. गोविंद नारायण के अपना नामांकन पत्र वापस लेने के बाद जफर इस्लाम निर्विरोध निर्वाचित हुए. इससे पहले उपचुनाव के लिए घोषित कार्यक्रम के अनुसार 11 सितम्बर को मतदान होना था. अब चुनाव की जरूरत ही नहीं पड़ी. बता दें कि जफर इस्लाम का कार्यकाल नवम्बर 2022 तक रहेगा.
हिन्दुस्थान समाचार/संजय